सनातन संवाहक बाल आलोकानंद व्यासजी Sanatan Samvahak

सनातन धर्म अपने हिंदू धर्म के वैकल्पिक नाम से भी जाना जाता है। वैदिक काल में भारतीय उपमहाद्वीप के धर्म के लिये'सनातन धर्म'नाम मिलता है।'सनातन'का अर्थ है-शाश्वत या 'सदा बना रहने वाला',अर्थात् जिसका न आदि है न अंत सनातन धर्म मूलतःभारतीयधर्म है, जो किसी समय पूरे बृहत्तर भारत
(भारतीउपमहाद्वीप)तक व्याप्त रहा है।विभिन्न कारणों से हुए भारी धर्मान्तरण के उपरांत भी विश्व के इस क्षेत्र की बहुसंख्यक जनसंख्या इसी धर्म में आस्था रखती है।वैदिक या हिंदू धर्म को इसलिए सनातन धर्म कहा जाता है,क्योंकि यही एकमात्र धर्म है जो ईश्वर,आत्मा और मोक्ष को तत्व और ध्यान से जानने का मार्ग बताता है।मोक्ष का कांसेप्ट इसी धर्म की देन है।एकनिष्ठता,ध्यान,मौन और तप सहित यम-नियम के अभ्यास और जागरण का मोक्षमार्ग है अन्य कोई मोक्ष का मार्ग नहीं है।मोक्ष से हीआत्मज्ञान और ईश्वर का ज्ञान होता है।यही सनातन धर्म का सत्य है।
सनातनधर्म व हिन्दू,राष्ट्र भजनों को सुनने के लिए हमारे चैनेल को सब्सक्राइब करें,श्रीमद्भागवत,श्रीरामकथा के सुमधुर भावपूर्णभजनों को सुनने के लिए बालआलोकानंदव्यास जी से जुड़ें रहिए।