जर्रों में रह गुजर कर, चमक छोड़ जाऊंगा. आवाज़ में अपनी दूर तलक़ छोड़ जाऊंगा. खामोशियों की मौत गंवारा नहीं मूझें. शीशा हूं, टूट भी गया तो खनक छोड़ जाऊंगा!! कृपया videos को like, coments,share व चैनल को subskribe जरूर करें.🙏 धन्यवाद