मनरेगा भारत में लागू एक रोजगार गारंटी योजना है। जिसे 25 अगस्त को विधान द्वारा अधिनियमित किया गया । इस योजना का प्राम्भ फरवरी 2006 से किया गया था। मनरेगा सबसे पहले देश के 200 जिलों को लेकर शुरू की गई थी, इसके बाद 2007 से लेकर 2008 तक 130 जिले और शामिल किए गए । वर्तमान में यह संपूर्ण देश में लागू है।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य गरीबों को रोजगार देने के साथ साथ ग्रामीण क्षेत्रों के परिवार को आजीविका सुरक्षा ( livelihood security) प्रदान करना है।
वर्तमान में मनरेगा का कोष आबंटन 86 हजार करोड़ है।
इस योजना में जो कार्य संचालित किए जाते हैं उन्हें मुख्य रूप से दो भागों में विभाजित किया गया है, पहला सामुदायिक कार्य दूसरा हितग्राही मूलक कार्य, यहाँ मैं सामुदायिक कार्य की बजाय हितग्राही मूलक कार्यों के बारे में ज्यादा चर्चा करूँगा।
चूंकि भारत देश की भौगोलिक तथा जलवायु मे काफी भिन्नता है, अतः इस योजना के अंतर्गत हितग्राही मूलक कार्यों का स्थान अनुसार स्वरूप बदलता रहता है।