खम्मा घणी सा🙏, रांम रांम सा🙏,पधारो सा🙏
राजस्थांनी ग्यांन चैनल माथै था सगळा रो हिवडा री अणत गहराइयों सूं घणे मांन सुवागत है। 
बहुत लोग कहते है कि कौनसी राजस्थानी भासा को मान्यता दिलाए– मारवाड़ी, मेवाड़ी, ढूंढाड़ी, हाड़ौती या वागड़ी को??  उन महान विद्वानों से मेरा एक प्रश्न है कि "भारत सरकार ने कौनसी हिन्दी को मान्यता दे रखी है"–खड़ी,अवधी,ब्रज, बुंदेली, बघेली,कुमाऊनी या कन्नौजी को?? 
ये सभी बोलिया है,भाषा नही।
भारत के संविधान में 22 भाषाएं है जिसमे राजस्थानी भासा को नहीं रखा गया है।
राजस्थानी भासा को केंद्रीय साहित्य अकादमी से 1971ई. से मान्यता प्राप्त है।
 
भारत सरकार से निवेदन है कि वे 10 करोड़ राजस्थानियों का सम्मान रखे और राजस्थानी ने संवैधानिक मान्यता देवे।
 
   “राजस्थांनी–हिन्दी वृहद सबदकोस” है, इसमें 2लाख से ज्यादा शब्द है, और विश्व का सबसे बड़ा सबदकोस(dictionary) है।
              इंगरेजी मनै आवे कोनी, नीं हिन्दी रो घणो ग्यांन।
            राजस्थांन रा बासिन्दा हां,राजस्थांनी भासा म्हारी पिछाण।।
 
 घणे मांन आभार सा 🙏