राजा परीक्षित का श्री मद् भगवत कथा का श्रवण | श्री कृष्ण | दिव्य कथाएँ

Описание к видео राजा परीक्षित का श्री मद् भगवत कथा का श्रवण | श्री कृष्ण | दिव्य कथाएँ

भक्त को भगवान से और जिज्ञासु को ज्ञान से जोड़ने वाला एक अनोखा अनुभव। तिलक प्रस्तुत करते हैं दिव्य भूमि भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थानों के अलौकिक दर्शन। दिव्य स्थलों की तीर्थ यात्रा और संपूर्ण भागवत दर्शन का आनंद। दर्शन दो भगवान!

Watch the video song of ''Darshan Do Bhagwaan'' here -    • दर्शन दो भगवान | Darshan Do Bhagwaan ...  

राजा परीक्षित अपने महल वापस आकर जैसे ही अपने सिर से मुकुट उतारते हैं, तो उन्हें अपने अपराध की ग्लानि होती है। ऋषि शमिक भी महल में आकर अपने पुत्र श्रृंगी के द्वारा दिए गए श्राप के बारे परीक्षित को बताते हैं और साथ ही राजा से सात दिनों में परलोक सुधारने के लिए अपने गुरुओं से परामर्श का सुझाव देकर चले जाते है। राजा परीक्षित उसी समय रात्रि में अपने गुरु के पास जाते हैं और उनसे अपने श्राप की बात बताते हैं तथा उनसे अपनी मुक्ति प्राप्ति का मार्ग पूछते हैं। तब उनके गुरु उन्हें बताते है कि जो फल तपस्या, योग एवं समाधि से भी नहीं मिलता, कलयुग में वही फल श्री हरि कीर्तन अर्थात श्री कृष्ण लीला के गान व श्रवण से सहज ही मिल जाता है। इसलिये वह राजा को मोक्ष प्राप्ति हेतु भगवान वेद व्यास के पुत्र भगवान शुकदेव के शरण में जाकर श्रीमद् भगवत कथा का अमृत पान करने के लिए कहते है। भगवान शुकदेव के पास जाकर राजा परीक्षित उनसे प्रश्न करते है कि मृत्यु के द्वार खड़े व्यक्ति को क्या करना चाहिये? तब भगवान शुकदेव उन्हें मन और इंद्रियों को काबू कर भक्ति योग में लीन हो जाने मार्ग बताते है तथा श्रीमद् भगवत कथा जो कि श्री कृष्ण की संपूर्ण लीलाओं का वर्णन है, को सुनाना प्रारम्भ करते है।


संसार में यदि मनुष्य को कर्म के साथ धर्म के सही सामंजस्य को समझना हो तो इसके लिए श्रीमद् भगवत गीता से बड़ा ग्रंथ नहीं हो सकता। यह ग्रंथ दिव्य है इसीलिए विश्व में सनातन धर्म के अलावा अन्य धर्मों को मानने वाले मनुष्य भी श्री मद् भगवत गीता और श्री कृष्ण के अनुयायी है। सनातन धर्म में श्री भगवान कृष्ण को सोलह कलाओं से पूर्ण अवतार माना गया है। मानव जीवन से जुड़े सभी प्रश्नो का उत्तर आपको श्रीकृष्ण के जीवन से मिल सकता है। श्री भगवत् गीता कृष्ण और अर्जुन का संवाद व उपदेशों का संकलन है। इन उपदेशों को आप अपने जीवन में समाहित कर परमात्मा से जुड़ सकते है। “तिलक” अपने संकलन “दिव्य कथाएं” के इस चरण में श्री कृष्ण से जुड़े प्रसंगों को आपके समक्ष प्रस्तुत करेगा। भक्ति भाव से इनका आनन्द लीजिये और तिलक से जुड़े रहिये।


#tilak #shreekrishna #divyakathayen #kathayen

Комментарии

Информация по комментариям в разработке