Dharma vs. Parliament: What Defines Our Governance? | Shasan with Rekha Pachauri

Описание к видео Dharma vs. Parliament: What Defines Our Governance? | Shasan with Rekha Pachauri

हमारे देश की संसद में धर्म की चर्चा होती ही रहती है साथ ही
राजनीति भी धर्म से ही प्रेरित है। संसद में वाद है , विवाद है,
भाषण हैं, वक्तव्य हैं, राजनीतिक स्वार्थ भी है और राष्ट्रसेवा भी।
प्रधानमंत्री जी सर झुकाकर संसद में अपने कार्यकाल की शुरुआत
की थी जैसे किसी मंदिर में करते हैं लेकिन समय के साथ वह
भावना धार्मिक हठधर्मिता से प्रेरित लोगों तक नहीं पहुंच पायी।
राजनीति यदि धर्म के नाम पर चलने लगे तो धार्मिक उन्माद से
भरे लोगों की सहायता करना मुश्किल होता है। उन्हें संविधान में
निहित नियमों के पालन में भी रुचि नहीं रहती। स्वामी
विवेकानंद के दिखाए रास्ते पर चलकर ही इस धार्मिक कट्टरता
को पीछे छोड़ आगे विकास की तरफ़ बढ़ा जा सकता है।


Join The Wire's Youtube Membership and get exclusive content, member-only emojis, live interaction with The Wire's founders, editors and reporters and much more. Memberships to The Wire Crew start at Rs 89/month.    / @thewirenews  

Комментарии

Информация по комментариям в разработке