नवंबर दिसंबर में भी हैं विवाह के कई शुभ मुहूर्त l vivah shubh muhurt in november 2020 and December 2020 - लॉकडाउन के कारण नहीं कर पाये शादी तो निराश मत हों
नवंबर-दिसंबर में भी हैं विवाह के कई शुभ मुहूर्त
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मित्रो ! कोरोना वायरस के ख़तरे को देखते हुए इस समय पूरे देश में लॉकडाउन है. लोगों को अपने घरों में ही रहने का सरकारी निर्देश है क्योंकि घर में रहना ही इस कोरोना के संक्रमण को दूर करने का सबसे बड़ा उपाय है. इस लॉकडाउन के कारण आम लोगों का जीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है लेकिन मजबूरी ही सही ये बेहद जरूरी भी है. इस लॉकडाउन का असर विवाह और दूसरे मांगलिक कार्यों पर भी देखा जा रहा है. अप्रैल, मई और जून में जिन्होंने विवाह की योजना बना रखी थी. उनमें से कई लोग विवाह कार्यक्रम को स्थगित कर चुके हैं. ऐसे में आपको थोड़ा इंतजार तो करना पड़ेगा लेकिन निराश होने की जरूरत नहीं है क्योंकि नवंबर और दिसंबर महीने में भी विवाह के लिए कई शुभ मुहूर्त हैं.
दरअसल 1 जुलाई, दिन बुधवार को हरिशयनी एकादशी है
अर्थात् उस दिन से ही हरि शयन करते हैं और
कार्तिक शुक्लपक्ष की एकादशी यानी देवउठनी एकादशी को जगते हैं
इस तरह चार महीने से ज्यादा समय तक विवाह के शुभ मुहूर्त नहीं रहते हैं.
लेकिन भगवान के जगने के साथ ही विवाह के मुहूर्त शुरू हो जाते हैं.
इस बार दिनांक 25 नवंबर, दिन बुधवार को प्रबोधिनी या देवउठनी एकादशी है.
जिसके बाद विवाह के शुभ मुहूर्त शुरू हो जायेंगे
तो चलिए जान लेते हैं कि नवंबर और दिसंबर महीने में कौन-कौन से शुभ मुहूर्त हैं ताकि उसके अनुसार आप पहले से ही विवाह कार्यक्रम की तैयारी कर पायें..
नवंबर में विवाह के शुभ मुहूर्त
बात नवंबर की करें तो विवाह के मुहूर्त इस प्रकार हैं
27 नवंबर, शुक्र, कार्तिक शु. द्वादशी, अश्विनी नक्षत्र
30 नवंबर, सोम कार्तिक शु. पूर्णिमा, रोहिणी नक्षत्र
वहीं दिसंबर में विवाह के शुभ मुहूर्त इस प्रकार हैं
1 दिसंबर, मंगल, मार्गशीर्ष कृ. प्रतिपदा, रोहिणी-मृगशिरा
6 दिसंबर, रवि, मार्गशीर्ष, कृ.षष्ठी, मघा
7 दिसंबर, सोम, मार्गशीर्ष कृ. सप्तमी, मघा नक्षत्र
8 दिसंबर, मंगल, मार्गशीर्ष कृ. अष्टमी, उत्तरा फाल्गुनी
9 दिसंबर, बुध, मार्गशीर्ष कृ. नवमी, हस्त नक्षत्र
10 दिसंबर, गुरु, मार्गशीर्ष कृ. दशमी, चित्रा नक्षत्र
11 दिसंबर, शुक्र, मार्गशीर्ष कृ. एकादशी, स्वाति
15 दिसंबर, मंगल, मार्गशीर्ष शु. प्रतिपदा, मूल
तो इस तरह शुभ मुहूर्त को ध्यान में रखकर आप अपना कार्यक्रम बना सकते हैं.
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