Waqt Ka Ye Parinda Ruka Hai Kahan (वक़्त का ये परिंदा रुका है कहाँ) lyrics song

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Waqt Ka Ye Parinda Ruka Hai Kahan (वक़्त का ये परिंदा रुका है कहाँ)lyrics song #lyrics #karaoke

Waqt Ka ye Parinda Ruka hai Kahan
Waqt Ka Ye Parinda
Waqt Ka ye Parinda Ruka hai Kahan Karaoke
Waqt Ka Parinda
गाँव मेरा याद आता रहा
Char Paisa kamane Mein Aaya shahar song
Gaon Mera Yad Aata Raha
maet ka ye parinda
Waqt Ka Parinda Ruka Hai Kahan
Waqt Ka Parinda song
Waqt Ka Parinda video song
Waqt Ka yah Parinda
Waqt Ka yah Parinda Ruka Hai Kahan
Waqt Ka ye Parinda Ruka Hai Kahan
Waqt Ka yah Parinda Ruka hai kahan song
चार पैसे कमाने में आया शहर
वक़्त का परिंदा
वक़्त का ये परिंदा



वक़्त का ये परिंदा रुका है कहा
मे था पागल जो इसको बुलाता रहा
चार पैसे कमाने में आया शहर
गाँव मेरा मुझे याद आता रहा
गाँव मेरा मुझे याद आता रहा
वक़्त का ये परिंदा रुका है कहा
मे था पागल जो इसको बुलाता रहा
चार पैसे कमाने में आया शहर
गाँव मेरा मुझे याद आता रहा
गाँव मेरा मुझे याद आता रहा
वक़्त का ये परिंदा रुका है कहा
लौटता था में जब पाठशाला से घर
अपने हाथों से खाना खिलाती थी माँ
रात में अपनी ममता के अंचल तले
थपकिया देके मुझको सुलाती थी माँ
सोच के दिल में एक टिस उठती रही
रात भर दर्द मुझको जगाता रहा
चार पैसे कमाने में आया शहर
गाँव मेरा मुझे याद आता रहा
गाँव मेरा मुझे याद आता रहा
वक़्त का ये परिंदा रुका है कहा
सबकी आँखों में आंसू छलक आये थे
जब रवाना हुआ शहर के लिए
कुछ ने मांगी दुवाएँ की में
खुश रहू कुछ ने मंदिर में
जाकर जलाए दिए एक दिन
में बनूँगा बड़ा आदमी
ये तसव्वुर उन्हें गुदगुदाता रहा
चार पैसे कमाने में आया शहर
गाँव मेरा मुझे याद आता रहा
गाँव मेरा मुझे याद आता रहा
वक़्त का ये परिंदा रुका है कहा
माँ ये लिखती है हर बार ख़त में मुझे
लौट आ मेरे बेटे तुझे है कसम
तू गया जबसे परदेश बेचैन हूं
नींद आती नहीं भूक लगती है काम
कितना चाह ना रोऊ मगर क्या करू
ख़त मेरी माँ का मुझको रुलाता रहा
चार पैसे कमाने में आया शहर
गाँव मेरा मुझे याद आता रहा
गाँव मेरा मुझे याद आता रहा
वक़्त का ये परिंदा रुका है कहा
मे था पागल जो इसको बुलाता रहा
चार पैसे कमाने में आया शहर
गाँव मेरा मुझे याद आता रहा
गाँव मेरा मुझे याद आता रहा
गाँव मेरा मुझे याद आता रहा
गाँव मेरा मुझे याद आता रहा
Waqt Ka Ye Parinda Ruka Hai Kahan (Waqt Ka Ye Parinda Ruka Hai Kahan) lyrics song lyrics karaoke




Where has this bird of time stopped?
I was crazy who kept calling it
The city came to earn four paise
I remember my village
I remember my village
Where has this bird of time stopped?
I was crazy who kept calling it
The city came to earn four paise
I remember my village
I remember my village
Where has this bird of time stopped?
When I used to return home from school
Mother used to feed food with her own hands
In the night under the zone of your love
Mother used to make me sleep by slapping
A tis kept rising in the heart of the thought
the pain kept me awake all night
The city came to earn four paise
I remember my village
I remember my village
Where has this bird of time stopped?
Tears welled up in everyone's eyes
When left for the city
Some have asked for my blessings
be happy some in the temple
burnt one day
I'll be a big man
This picture tickled them
The city came to earn four paise
I remember my village
I remember my village
Where has this bird of time stopped?
Mother writes this to me every time in her letter
Come back my son swear to you
I am restless since you went abroad
Can't sleep, feel hungry, work
I don't want to cry but what should I do?
The letter from my mother kept making me cry
The city came to earn four paise
I remember my village
I remember my village
Where has this bird of time stopped?
I was crazy who kept calling it
The city came to earn four paise
I remember my village
I remember my village
I remember my village
I remember my village

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