Atmakatha Class 10 - आत्मकथ्य | Animation | Kshitij Part 2 Chapter 4 Poem Explanation Class 10 Hindi

Описание к видео Atmakatha Class 10 - आत्मकथ्य | Animation | Kshitij Part 2 Chapter 4 Poem Explanation Class 10 Hindi

Study Science & Maths with Animation (All Videos & Notes Available)
Download Make Me Talented App Now : https://play.google.com/store/apps/de...
-
Atmakatha Class 10 - आत्मकथ्य | Animation | Kshitij Part 2 Chapter 4 Poem Explanation | Class 10 Hindi
Aatmkathya Poem Explanation - Kshitij Part 2 Chapter 4 | Class 10 Hindi
Atmakatha ( आत्मकथ्य ) | Jaishankar Prasad | Class 10 | Complete Poem Explanation
------------------------
Atmakatha Class 10
Kshitij Part 2 Chapter 4
Class 10
Kavya Khand
Poet: जयशंकर प्रसाद
-----------------------
Watch Next:
✅Hindi Class 10 ( Course A ):    • Hindi Class 10 (A) (Animated Story)  
✅English Class 10 (Animated):    • English Class 10 (Animated Story)  

00:00 Atmakatha Class 10
00:48 1st पंक्ति
01:54 2nd पंक्ति
02:35 3rd पंक्ति
03:16 4th पंक्ति
04:02 5th पंक्ति
04:42 6th पंक्ति
05:33 7th पंक्ति
06:07 8th पंक्ति
06:25 9th पंक्ति
07:01 10th पंक्ति
07:31 11th पंक्ति

*Full Poem*
मधुप गुन-गुना कर कह जाता कौन कहानी यह अपनी,
मुरझाकर गिर रहीं पत्तियाँ देखो कितनी आज घनी।

इस गंभीर अनंत-नीलिमा में असंख्य जीवन-इतिहास
यह लो, करते ही रहते हैं अपना व्यंग्य-मलिन उपहास

तब भी कहते हो कह-डालूँ दुर्बलता अपनी बीती।
तुम सुनकर सुख पाओगे, देखोगे-यह गागर रीती।

किंतु कहीं ऐसा न हो कि तुम ही खाली करने वाले-
अपने को समझो, मेरा रस ले अपनी भरने वाले।

यह विडंबना! अरी सरलते तेरी हँसी उड़ाऊँ मैं।
भूलें अपनी या प्रवंचना औरों को दिखलाऊँ मैं।

उज्ज्वल गाथा कैसे गाऊँ, मधुर चाँदनी रातों की।
अरे खिल-खिला कर हँसते होने वाली उन बातों की।

मिला कहाँ वह सुख जिसका मैं स्वप्न देखकर जाग गया।
आलिंगन में आते-आते मुसक्या कर जो भाग गया।

जिसके अरुण-कपोलों की मतवाली सुंदर छाया में।
अनुरागिनि उषा लेती थी निज सुहाग मधुमाया में।

उसकी स्मृति पाथेय बनी है थके पथिक की पंथा की?
सीवन को उधेड़ कर देखोगे क्यों मेरी कंथा की?

छोटे से जीवन की कैसे बड़ी कथाएँ आज कहूँ?
क्या यह अच्छा नहीं क़ि औरों की सुनता मैं मौन रहूँ ?

सुनकर क्या तुम भला करोगे मेरी भोली आत्म-कथा?
अभी समय भी नहीं, थकी सोई है मेरी मौन व्यथा।

#AtmakathaClass10 #MakeMeTalented

Join This Telegram Group For Notes, Questions Papers Etc
https://t.me/makemetalentedgroup
(open this link in your telegram app)
-
-----Also Visit Make Me Talented 2.O Channel And Subscribe It---
   / @coursevideo334  

Комментарии

Информация по комментариям в разработке