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Скачать или смотреть पिता शिव ने अपने ही पुत्र अंधक को दिया मृतुदण्ड।। story of andhak, parvati and shiva

  • life of anjali
  • 2019-03-27
  • 43039
पिता शिव ने अपने ही पुत्र अंधक को  दिया मृतुदण्ड।। story of andhak, parvati and shiva
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Описание к видео पिता शिव ने अपने ही पुत्र अंधक को दिया मृतुदण्ड।। story of andhak, parvati and shiva

#shivputraandhak #shivaparvati #andhakvadh
एक कथा के अनुसार एक बार शिव जी पूर्व दिशा की ओर देख रहे थे कि तभी माता पार्वती ने चुपके से आ कर उनकी दोनों आँखे बंद कर दी। जैसे ही शिव की आँखे बंद हुई वैसे ही सारी सृष्टि में अन्धकार छा गया। संसार में प्रकाश क रने के लिए शंकर ने अपनी तीसरी आँख खोल दी, इससे इतनी रोशनी हुई कि जगत तो प्रकाशमान हो गया पर भयंकर गर्मी के कारण पार्वती जी पसीने में भीग चुकी थी।

माता के दिव्य पसीने की बुँदे जैसे ही पृथ्वी पर पड़ी उस से एक बालक की उत्पत्ति हुई जो दिखने में दैत्य के समान भयानक मुख वाला था। माँ पार्वती ने शिवजी से इसकी उत्पति के बारे में पूछा। शिवजी ने इसे अपना पुत्र बताया और अंधकार की वजह से इसका जन्म होने के कारण उसका नाम अंधक रख दिया।

कुछ वर्ष बाद असुरराज हिरण्याक्ष ने पुत्र प्राप्ति के लिए शिवजी की घोर तपस्या की और वरदान स्वरुप एक बलशाली पुत्र की कामना की। भगवान शिव ने अन्धक को उसे पुत्र रूप में प्रदान कर दिया। बालक अन्धक अब दैत्यों के बीच ही पला और बड़ा होने पर असुरो का राजा बना।

अन्धक यह भूल चुका था कि शिव और पार्वती ही उसके माता पिता है। अंधक ने और शक्ति प्राप्त करने के लिए ब्रह्मा जी की तपस्या की। ब्रह्मा जी ने उसकी तपस्या से प्रसन्न होकर उसे वरदान मांगने को कहा। अंधक ने चालाकी से कहा कि उसकी मृत्यु उस दिन हो जब वो स्वयं अपनी माता को काम वासना की नजर से देखे ।

ब्रह्मा जी ने उसे यह वरदान दे दिया।
वरदान पाकर वह बहुत प्रसन्न हुआ क्योंकि उसकी कोई माता थी ही नही।उसके बाद उसने तीनो लोको पर विजय प्राप्त कर ली। तीनों लोको में विजय प्राप्त कर के उसकी इच्छा हुई की विश्व की सबसे सुन्दर स्त्री उसकी पत्नी बने। जब उसने सुना कि माता पार्वती ही तीनो लोको में सबसे अधिक सुन्दर हैं तो उसने उन्हें विवाह प्रस्ताव भेज दिया।

अब अंधक स्वयं उनको विवाह के लिए मनाने कैलाश पहुंच गया, और माता पार्वती को देखते ही कामना वश उनसे विवाह हठ करने लगा। जब माता नहीं मानी तो वह ज़बरदस्ती उनका अपहरण करने लगा। इस से कुपित माता ने शिव शंकर को सहायता के लिए पुकारा और शिव ने प्रकट हो कर अंधक का वध कर दिया।
Music
Description:    / ncmepicmusic  
Inspiration:
Composed By Ender Güney

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