Temple Mount की जानकारी।परमेश्वर का भवन जो सुलेमान का बनाया हुआ था । यीशु मसीह भी जाते थे ।Jerusalem

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Temple Mount की जानकारी।परमेश्वर का भवन जो सुलेमान का बनाया हुआ था । यीशु मसीह भी जाते थे

क्या है येरुशलम का इतिहास
दुनिया के सबसे पवित्र शहर येरूशलेम की कहानी
किसका है पवित्र नगर येरूशलेम
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येरूशलेम का इतिहास और विवाद

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ये video आपके जानकारी के लिए बनाई गई है ताकि आप सुलेमान के मंदिर के विषय में ग्यान प्राप्त कर सके कि उसने कितना भव्य मंदिर yahova के लिए बनाया था.
Jo जगह इस वीडियो में दिखाई देती है वो dome of the rock है जो यरुशलम की प्रसिद्ध जगह है
यह स्थान यहूदियों के लिए
मुसलमानों के लिए
और ईसाइयों के लिए
बड़ी पवित्र जगह है
यह एक मुस्लिमों की जगह है पर यहीं पर सुलेमान ने इतना ही भव्य मंदिर परमेश्वर के लिए बनाया था
यह वो भवन नहीं है जो सुलेमान ने बनाया था परन्तु इस वीडियो में आपको यह जानकारी दी गई है कि इस जगह मे जो मंदिर हुए वो कितने खास थे और बाइबल की kon kon सी घटना यहां हुई है डोम ऑफ़ द रॉक के अंदर वाचा का संदूक रखा गया था
यहीं पर इब्राहीम ने ishak को बलिदान करने के लिए वेदी बनाई
दाऊद ने यही पर वेदी बनाई
Ornan से दाऊद ने यहां की जमीन को मोल लेकर खेती किसानी की
मंदिर वो नहीं है पर यहीं पर उसने मंदिर बनाया था
और अपना महल भी यहीं बनाया था
इतना ही खूबसूरत था वो मंदिर भी
यह मंदिर यरूशलम में स्थित है.
ये जगह अब मुस्लिम समुदाय के लोगों के पास है
किन्तु यहीं पर पहला मंदिर जो सुलेमान ने बनाया था बाइबल यरूशलम के इर्द गिर्द घूमती है
इसलिये वह इतना पवित्र शहर माना जाता है
यरुशलम सहित इसराइल के बाशिंदे लगभग 75 प्रतिशत यहूदी, 15 प्रतिशत मुस्लिम और 10 प्रतिशत अन्य धर्म को मानते हैं। इसमें ईसाई और आर्मेनियाई है। यहां की आधिकारिक भाषा हिब्रू है, लेकिन अरबी और अंग्रेजी अब ज्यादा बोली जाती है। हिब्रू में लिखी बाइबिल में इस शहर का नाम 700 बार आता है। यहूदी और ईसाई मानते हैं कि यही धरती का केंद्र है
सुंदर और नक्काशीदार खास चीजों की छोटी दुकान, रोमांचक जायकों की खुशबू फैलाते रेस्तरां, रंग-बिरंगे परिधानों में लोग, नजारों, ध्वनियों और सुगंधों का मिश्रण किसी को भी इस शहर का दीवाना बना सकता है। यरुशलम के 2 हिस्से हैं- ओल्ड सिटी और द न्यू सिटी। सोलोमन टेम्पल : दाऊद के बेटे ही सुलेमान थे जिन्हें इसराइल का सम्राट माना जाता था। माना जाता है कि सोलोमन टेम्पल का निर्माण 10वीं शताब्‍दी ईसा पूर्व में हुआ था। मूलत: यह मंदिर हिब्रू (यहूदी) संप्रदाय से संबंधित है। पवित्र सोलोमन टेम्पल को रोमनों ने नष्ट कर दिया था। उक्त टेम्पल बाइबिल में प्रथम प्रार्थनालय के नाम से दर्ज है। चहारदीवारी से घिरे इस भव्य टेम्पल के स्थल पर ही अब यहूदियों के महत्वपूर्ण स्थल टेम्पल माउंट और पश्चिमी दीवार के अलावा अल अक्सा मस्जिद, डोम ऑफ द रॉक और चर्च हैं। हालांकि यह विवाद का विषय और जगह है
पवित्र परिसर : किलेनुमा चहारदीवारी से घिरे पवित्र परिसर में यहूदी प्रार्थना के लिए इकट्ठे होते हैं। इस परिसर की दीवार बहुत ही प्राचीन और भव्य है। यह पवित्र परिसर ओल्ड सिटी का हिस्सा है। पहाड़ी पर से इस परिसर की भव्यता देखते ही बनती है। इस परिसर के ऊपरी हिस्से में तीनों धर्मों के पवित्र स्थल हैं। उक्त पवित्र स्थल के बीच भी एक परिसर है। पहाड़ी पर से इस परिसर की भव्यता देखते ही बनती है। इस परिसर के ऊपरी हिस्से में तीनों धर्मों के पवित्र स्थल हैं। उक्त पवित्र स्थल के बीच भी एक परिसर है
दीवार के पास तीनों ही धर्मों के स्थल हैं। यहां एक प्राचीन पर्वत है जिसका नाम जैतून है। इस पर्वत से यरुशलम का खूबसूरत नजारा देखा जा सकता है। इस पर्वत की ढलानों पर बहुत-सी प्राचीन कब्रें हैं। यरुशलम चारों तरफ से पर्वतों और घाटियों वाला इलाका नजर आता है। टेम्पल माउंट : यहूदी इसे 'टेम्पल माउंट' कहते हैं। इस टेम्पल के नजदीक ही गोल्डन गेट है, जहां से ओल्ड सिटी के बाहर जाया जा सकता है। टेम्पल का गुम्बद सोने से जड़ित है। माना जाता है कि ईश्वर ने प्रथम आदमी की यहीं पर उत्पत्ति की थी। यहीं पर मानव के निर्माण के लिए धूल इकट्ठी हुई थी। यह स्थान मुसलमान, ईसाई और यहूदियों के लिए पवित्र स्थान है। सभी इस पर आधिपत्य चाहते हैं।
डोम ऑफ द रॉक : टेम्पल माउंट को ही डोम ऑफ द रॉक कहा जाता है। मुसलमानों की आस्था है कि डोम ऑफ द रॉक ही वह स्थान है, जहां से पैगंबर मुहम्मद साहब को नमाज के लिए पहली बार हिदायत मिली थी। हालांकि कुछ लोगों का मानना है कि डोम ऑद द रॉक टेम्पल माउंट और अल अक्सा मस्जिद के बीच है
यह कहा जाता है कि प्राफेट मोहम्मद जेरूसलम के एक पत्थर पर खड़े होकर जम्प लगाके स्वर्ग गए थे और अल्लाह से बात करके वापस आ गए थे। तो वह जो पत्‍थर है उसके चारों तरफ जो स्ट्रक्चर बना है वह हरमल शरीफ है। जब आप हरमल शरीफ की तरफ जाएंगे तो यहां एक गेट है जिसको अंग्रेजी में गेट ऑफ स्केल्स कहते हैं। मुसलमान मानते हैं कि जब दुनिया का खात्मा होगा आखिरत आएगी तब फाइनल जजमेंट होगा तो इसी गेट पर आपके पाप और पुण्य तो तोलने के लिए तराजु लगी होगी। यहीं आपका फाइनल जजमेंट होगा। हरमल शरीफ के ठीक सामने एक मस्जिद है जिसका नाम अल अक्सा है। वेलिंगवादल, अल अक्सा मस्जिद और हरमल शरीफ तीनों को मिलाकर टेम्पल माउंट कहा जाता है

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