चाचा ताला सैयद की मजार महोबा और कैसे मारे गए बैरागढ़ लड़ाई में

Описание к видео चाचा ताला सैयद की मजार महोबा और कैसे मारे गए बैरागढ़ लड़ाई में

चाचा ताला सैयद बुंदेलखंड की शान हैं और आल्हा ऊदल के चाचा भी कहे जाते थे यह चाचा ताला सैयद की मजार जो महोबा कीरत सागर में स्थित है इनका इतिहास बहुत अद्भुत है उन्होंने अपने जीवन में अनेक युद्ध लड़े और सभी में विजय हासिल की आल्हा ऊदल के साथ बहुत सारी लड़ाइयां लड़ी चाचा ताला सैयद का जन्म गोरखपुर के ताली ग्राम में हुआ था फिर वहां से यह बनारस के राजा के पास नौकरी करने लगे फिर वहां से आकर महोबा में रहने लगी और महोबा के राजा परमार का सेनापति का कारभार संभालने लगे और आल्हा उदल का संरक्षण किया यह मजार पहाड़ पर स्थित है चाचा ताला सैयद को आल्हा ऊदल के गुरु के रूप में भी जाना जाता है इन्हीं के वजह से अनेक युद्ध जीत पाए बुंदेलखंड के दो वीर योद्धा आल्हा और उदल जो महोबा की लड़ाई बहुत ही प्रसिद्ध है

Комментарии

Информация по комментариям в разработке