Logo video2dn
  • Сохранить видео с ютуба
  • Категории
    • Музыка
    • Кино и Анимация
    • Автомобили
    • Животные
    • Спорт
    • Путешествия
    • Игры
    • Люди и Блоги
    • Юмор
    • Развлечения
    • Новости и Политика
    • Howto и Стиль
    • Diy своими руками
    • Образование
    • Наука и Технологии
    • Некоммерческие Организации
  • О сайте

Скачать или смотреть जानें पुंसवन संस्कार की संपूर्ण विधि और वैदिक महत्व Punshwan sanskar ka vaidik mahatva...

  • Dr.Kaushlendra Bajpai
  • 2020-06-20
  • 30899
जानें पुंसवन संस्कार की संपूर्ण विधि और वैदिक महत्व  Punshwan sanskar ka vaidik mahatva...
  • ok logo

Скачать जानें पुंसवन संस्कार की संपूर्ण विधि और वैदिक महत्व Punshwan sanskar ka vaidik mahatva... бесплатно в качестве 4к (2к / 1080p)

У нас вы можете скачать бесплатно जानें पुंसवन संस्कार की संपूर्ण विधि और वैदिक महत्व Punshwan sanskar ka vaidik mahatva... или посмотреть видео с ютуба в максимальном доступном качестве.

Для скачивания выберите вариант из формы ниже:

  • Информация по загрузке:

Cкачать музыку जानें पुंसवन संस्कार की संपूर्ण विधि और वैदिक महत्व Punshwan sanskar ka vaidik mahatva... бесплатно в формате MP3:

Если иконки загрузки не отобразились, ПОЖАЛУЙСТА, НАЖМИТЕ ЗДЕСЬ или обновите страницу
Если у вас возникли трудности с загрузкой, пожалуйста, свяжитесь с нами по контактам, указанным в нижней части страницы.
Спасибо за использование сервиса video2dn.com

Описание к видео जानें पुंसवन संस्कार की संपूर्ण विधि और वैदिक महत्व Punshwan sanskar ka vaidik mahatva...

पुंसवन संस्कार को संपन्न करने का सही समय

हिन्दू धर्म के सभी संस्कारों में से पुंसवन संस्कार दूसरा संस्कार माना जाता है। इस संस्कार को शिशु के माता के गर्भ में आने के तीन माह के बाद ही संपन्न करवाया जाता है। इस संस्कार को विशेष रूप से महिला के गर्भवती होने के महज तीन माह के बाद ही इसलिए संपन्न किया जाता है क्योंकि पैदा होने से तीन महीने के बाद शिशु के मस्तिष्क का विकास होना प्रारंभ हो जाता है।

पुंसवन कर्म का विशेष महत्व

हिन्दू धर्म में पुंसवन कर्म विशेषरूप से एक स्वस्थ्य और तंदुरुस्त बच्चे की चाह में किया जाता है। मान्यता अनुसार माता के गर्भ में आने के तक़रीबन तीन महीने तक शिशु के लिंग की पहचान नहीं की जा सकती, इसलिए इससे पहले ही पुंसवन संस्कार संपन्न करवाना उचित माना जाता है। इस संस्कार का उद्देश्य विशेष रूप से गर्भ में आने वाले शिशु की रक्षा करना होता है। इसके अलावा कई लोग पुंसवन संस्कार पुत्र प्राप्ति और स्वस्थ्य संतान प्राप्ति के लिए भी करते हैं। इसके साथ ही इस संस्कार का उद्देश्य शिशु के शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक विकास की कामना करना भी होता है। इस दौरान पति-पत्नी भगवान से आग्रह करते हैं कि वे शिशु में अच्छे संस्कारों की स्थापना कर, कुसंस्कारों से उसे छुटकारा दिलाए और बच्चे को अपना आशीर्वाद दें।

Комментарии

Информация по комментариям в разработке

Похожие видео

  • О нас
  • Контакты
  • Отказ от ответственности - Disclaimer
  • Условия использования сайта - TOS
  • Политика конфиденциальности

video2dn Copyright © 2023 - 2025

Контакты для правообладателей [email protected]