Shri vallabh taj apno thakur | श्री वल्लभ तज अपनो ठाकुर | श्रीमहाप्रभुजी की बधाई

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We are presenting the Shri vallabh taj apno thakur | श्री वल्लभ तज अपनो ठाकुर

Track : Shri vallabh tak apno thakur
Album : mahaprabhu ji ki bashai
artist : P.Pu. Vrinda bahuji
lyrics : traditional

श्रीवल्लभ तज अपनो ठाकुर कहो कौन पे जैये हो। सब गुण पूरण करुणा सागर जहाँ महारस पैये।
सूरत ही देख अनंग विमोहित तन मन प्राण बिकेये हो।
परम उदार चतुर सुख सागर अपार नित गुण गईये हो।
सबहिन ते अति उत्तम जानिए चरणन प्रीत बढैये हो। कान न काहू की मन धरिये व्रत अनन्य इक ग्रहिये हो।
सुमिर सुमिर गुण रूप अनुपम भव दुःख सबे बिसरैये हो। मुख विधु लावण्य अमृत इकटक पीवत नाही अघैये हो।
चरण कमल की निशदिन सेवा अपने हृदय बसैये हो। रसिक कहे संगिन सों भवो भव इनके दास कहैये हो।
श्रीवल्लभ तज अपनो ठाकुर कहो कौन पे जैये हो।

श्री महाप्रभु जी की जयंती के अवसर पर एक माह पूर्व ही श्री महाप्रभुजी की बधाई के पद गाना आरम्भ हो जाते है। इसी अवसर पर गाये जाने वाले पदों में से यह एक पद है।

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