Logo video2dn
  • Сохранить видео с ютуба
  • Категории
    • Музыка
    • Кино и Анимация
    • Автомобили
    • Животные
    • Спорт
    • Путешествия
    • Игры
    • Люди и Блоги
    • Юмор
    • Развлечения
    • Новости и Политика
    • Howto и Стиль
    • Diy своими руками
    • Образование
    • Наука и Технологии
    • Некоммерческие Организации
  • О сайте

Скачать или смотреть #Shrimad

  • Sanatan Sansar
  • 2025-09-11
  • 116
#Shrimad
  • ok logo

Скачать #Shrimad бесплатно в качестве 4к (2к / 1080p)

У нас вы можете скачать бесплатно #Shrimad или посмотреть видео с ютуба в максимальном доступном качестве.

Для скачивания выберите вариант из формы ниже:

  • Информация по загрузке:

Cкачать музыку #Shrimad бесплатно в формате MP3:

Если иконки загрузки не отобразились, ПОЖАЛУЙСТА, НАЖМИТЕ ЗДЕСЬ или обновите страницу
Если у вас возникли трудности с загрузкой, пожалуйста, свяжитесь с нами по контактам, указанным в нижней части страницы.
Спасибо за использование сервиса video2dn.com

Описание к видео #Shrimad

#श्रीमद्भागवत महापुराण प्रथम स्कन्ध अध्याय 5 || #Shrimad Bhagwat Mahapuran Katha Skand-1,Adhyay-5, #श्रीमद्भागवत महापुराण प्रथम स्कन्ध अध्याय -5#|Shrimad Bhagwat Mahapuran Katha,Skand-1, Adhyay-5

श्रीमद् भागवत महापुराण स्कन्ध 1 अध्याय 5: भगवान् के यश-कीर्तन की महिमा और देवर्षि नारदजी का पूर्वचरित्र

श्रीमद्भागवत महापुराण के प्रथम स्कंध के पाँचवें अध्याय में नारद जी, वेदव्यास को उनकी अपूर्णता का कारण बताते हैं और उन्हें भगवान की लीलाओं का वर्णन करने का सुझाव देते हैं।
: महर्षि वेदव्यास ने महाभारत जैसे महान ग्रंथ की रचना कर ली थी, लेकिन फिर भी उनका मन अशांत था। वे आत्म-संतोष का अनुभव नहीं कर पा रहे थे।
जब वेदव्यास चिंता में डूबे हुए थे, तब देवर्षि नारद उनके आश्रम में आते हैं। नारद मुनि ने उनकी उदासी का कारण पूछा।
नारद जी ने वेदव्यास से कहा कि उन्होंने धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष का तो वर्णन किया है, लेकिन भगवान के यश और लीलाओं का विस्तार से वर्णन नहीं किया, और यही उनकी उदासी का कारण है। उन्होंने समझाया कि केवल भगवान की प्रेममयी लीलाओं का वर्णन ही भक्तों के मन को संतुष्ट कर सकता है।
नारद जी अपना पूर्व जन्म का वृत्तांत सुनाते हैं। वे बताते हैं कि पिछले जन्म में वे एक दासी पुत्र थे। उन्होंने संतों की सेवा की और उनसे भगवान की महिमा और लीलाओं के बारे में सुना। संतों के प्रसाद को खाने से उनके हृदय का पाप धुल गया।
: संतों की कृपा से उन्हें एक क्षण के लिए भगवान के दर्शन हुए, जिसके बाद उनका चित्त भगवान में स्थिर हो गया। इसी अनुभव के कारण उन्होंने भगवान की भक्ति का दृढ़ निश्चय कर लिया।
नारद जी वेदव्यास को इसी तरह की भगवत-कथा लिखने की प्रेरणा देते हैं, जिससे लोगों को दुःखों से शांति मिल सके और वे भगवान की भक्ति में लीन हो सकें।नारद के उपदेश से वेदव्यास को अपनी गलती का बोध होता है। वे भगवान का ध्यान करते हैं और इसके बाद ही श्रीमद्भागवत महापुराण की रचना करते हैं, जिसमें भगवान की लीलाओं का विस्तृत वर्णन है।
#shrimadbhagwatmahapuranskand-1,adhyay-5
#Sanatansansar
#shrimadbhagwatmahapuranspecial2025
#Shrimadbhagwatmahapuranskand-1adhyay-5kikathakahani

Комментарии

Информация по комментариям в разработке

Похожие видео

  • О нас
  • Контакты
  • Отказ от ответственности - Disclaimer
  • Условия использования сайта - TOS
  • Политика конфиденциальности

video2dn Copyright © 2023 - 2025

Контакты для правообладателей [email protected]