Logo video2dn
  • Сохранить видео с ютуба
  • Категории
    • Музыка
    • Кино и Анимация
    • Автомобили
    • Животные
    • Спорт
    • Путешествия
    • Игры
    • Люди и Блоги
    • Юмор
    • Развлечения
    • Новости и Политика
    • Howto и Стиль
    • Diy своими руками
    • Образование
    • Наука и Технологии
    • Некоммерческие Организации
  • О сайте

Скачать или смотреть रत्न शास्त्र मेष लग्न के अनुसार रत्न को धारण करना भाग-१ Gemology,According to Gems Aries Lagna

  • Atharv Jyotish Kendar Pt. Sushil Kumar Sharma
  • 2020-05-10
  • 1785
रत्न शास्त्र मेष लग्न के अनुसार रत्न को धारण करना भाग-१ Gemology,According to Gems Aries Lagna
  • ok logo

Скачать रत्न शास्त्र मेष लग्न के अनुसार रत्न को धारण करना भाग-१ Gemology,According to Gems Aries Lagna бесплатно в качестве 4к (2к / 1080p)

У нас вы можете скачать бесплатно रत्न शास्त्र मेष लग्न के अनुसार रत्न को धारण करना भाग-१ Gemology,According to Gems Aries Lagna или посмотреть видео с ютуба в максимальном доступном качестве.

Для скачивания выберите вариант из формы ниже:

  • Информация по загрузке:

Cкачать музыку रत्न शास्त्र मेष लग्न के अनुसार रत्न को धारण करना भाग-१ Gemology,According to Gems Aries Lagna бесплатно в формате MP3:

Если иконки загрузки не отобразились, ПОЖАЛУЙСТА, НАЖМИТЕ ЗДЕСЬ или обновите страницу
Если у вас возникли трудности с загрузкой, пожалуйста, свяжитесь с нами по контактам, указанным в нижней части страницы.
Спасибо за использование сервиса video2dn.com

Описание к видео रत्न शास्त्र मेष लग्न के अनुसार रत्न को धारण करना भाग-१ Gemology,According to Gems Aries Lagna

रत्न शास्त्र मेष लग्न के अनुसार रत्न को धारण करना भाग-१
Gemology,According to Gems Aries Lagna Wearing Part-1

WhatsApp No- 9799119915

रत्न धारण करने के सिद्धांत जातक को किस प्रकार के रत्न को धारण करना चाहिए। कौन सा रत्न जातक के लिए शुभ है। कौन सा रत्न जातक के भाग्य में और आयुष में वृद्धि करेगा, उसकी संपूर्ण चर्चा आज के इस विषय में हुई हैं। मैं आपको सर्वप्रथम रत्न के के धारण के धारण करने के सिद्धांतों के बारे में बताऊंगा-
1. ज्योतिष शास्त्र में जन्म राशि नाम राशि जन्म और जन्म तिथि तिथि को दृष्टिगत रखते हुए रत्न को निर्देशित किया जाता है।
2. रत्न धारण का मुख्य आधार कमजोर ग्रहों को पुष्ट करना होता है। लग्न स्वामी से रत्न धारण करने से व्यक्ति व्यक्तित्व व आयु को बढ़ाता है।
3. अलग-अलग कामनाओं की पूर्ति के लिए पंचमेंश संतान,सप्तमेश विवाह और दशमेश व्यापार नौकरी हेतु रत्न को धारण किया जाता है।
4.षष्टम भाव, अष्टम भाव एवं द्वादश भाव और मारकेश के रत्नों को धारण नहीं करना चाहिए।
5. जातक महादशा एवं अंतर्दशा के अनुसार भी रत्नों को धारण कर सकता है।
6. एक से अधिक रत्नों को धारण करने से पूर्व दोनों रत्नों में ग्रह मैत्री हैं या नहीं है और कहीं वह मारक के स्वामी तो नहीं है। यह सब देखने के उपरांत ही रत्नों को धारण करना चाहिए।
7. रत्नों को सवा में ही पहले अति उत्तम परिणामों की प्राप्ति होती हैं।
8. रत्नों को संबंधित धातु के अनुसार और संबंधित अंगुली के अनुसार ही धारण करें।
9. रत्नों को पहनने से पूर्व उनको अच्छे से अभिमंत्रित करवाएं और उसके बाद में रत्नों को धारण करें।
मेष लग्न के अनुसार रत्नों को धारण करना
१. माणिक्य-  पंचमेश त्रिकोण का स्वामी है। लग्नेश मंगल का मित्र है, इसको धारण करने से बुद्धि संतान सुख प्रसिद्धि और राज्य की कृपा होती हैं इसको महादशा में धारण करना अति शुभ कारक माना जाता है।
२. मोती- चतुर्थ का स्वामी मंगल का मित्र धारण करने से मानसिक शांति मातृकृपा विद्या लाभ गृह सुख सुख गृह सुख सुख लाभ गृह सुख सुख गृह सुख सुख का लाभ और इसको लग्नेश मूंगे के साथ धारण करना अति शुभ कारक माना जाता है।
३. मूंगा- लग्नेश आजीवन धारण करना चाहिए। आयु, बुद्धि, स्वास्थ्य, उन्नति, यश मान की प्राप्ति और सभी सुखों की प्राप्ति इस रत्न के द्वारा प्राप्त होती है।
४. पन्ना दो अनिष्ट भावों का स्वामी का स्वामी का स्वामी तृतीय और सत्यम का स्वामी है। जातक को राशि और लग्न के स्वामित्व को देखकर धारण करना चाहिए धारण करना चाहिए।
५. पुखराज नवम त्रिकोण एवं द्वादश का स्वामी बृहस्पति लग्न के लिए शुभ है यह बुद्धि बल ज्ञान विद्या में उन्नति मान प्रतिष्ठा की प्राप्ति करवाता है।
६.हीरा द्वितीय और सत्तमता स्वामी लग्नेश मंगल से शत्रुता कुंडली में मारकेश का कार्य करता है। मेष लग्न के जातक को हीरा और जरकन से दूरी बनाए रखें तो अति उत्तम रहेगा
७.नीलम एकादश एवं दशम भाव का स्वामी एकादश भाव का स्वामी होने के कारण शनि को लग्न के लिए शुभ ग्रह के लिए शुभ ग्रह नही माना जाता है।  फिर भी यदि शनि की स्थिति जातक की कुंडली में अच्छी हो तो महादशा में धारण किया जा सकता है। तो जातक को हर दिशा में लाभ की प्राप्ति होगी।

विशेष
1*- संतान सुख हेतु माणिक्य और मूंगा मूंगा।
2*- भाग्योदय हेतु  पुखराज और मूंगा।
3*- आरोग्य हेतु   मूंगा और  माणिक्य।

Комментарии

Информация по комментариям в разработке

Похожие видео

  • Меркурий в любом из восьми домов приносит богатство. Он также приносит пользу в восьмом доме, но ...
    Меркурий в любом из восьми домов приносит богатство. Он также приносит пользу в восьмом доме, но ...
    3 года назад
  • О нас
  • Контакты
  • Отказ от ответственности - Disclaimer
  • Условия использования сайта - TOS
  • Политика конфиденциальности

video2dn Copyright © 2023 - 2025

Контакты для правообладателей [email protected]