क्या नवमांश कुंडली बदल सकती है भाग्य, लग्न का कौन सा ग्रह है नवांश में महत्वपूर्ण,

Описание к видео क्या नवमांश कुंडली बदल सकती है भाग्य, लग्न का कौन सा ग्रह है नवांश में महत्वपूर्ण,

#नक्षत्र तक,#nakshtratak,
Subscribe our new channel "नक्षत्र तक Learning" Link is below
   / @astroadityaji  
visit our website:- Link is below
www.nakshtratak.com
DOWNLOAD OUR APP:- Link is below
https://play.google.com/store/apps/de...
नक्षत्र तक में आपका स्वागत है, कुंडली परामर्श,कुंडली मिलन,मुहुर्त,रत्न,रुद्राक्ष,पूजा व ग्रह शांति के लिए अप हमसे संपर्क करें,
Contact Us:- 7800771770
Our services:-
 One question or one problem solution with remedy Rs- 300.
 Full kundali consultation with remedy including your 5 questions Rs- 2100.
 Full kundali youtube video consultation with remedy including your 5 questions
Rs- 7500.
 Contact for astrology course

Contact Us:- 7800771770,

आजकल हमारे विडियो बहुत से लोग कॉपी कर रहे है ऐसे लोगो से सावधान रहें,हमारी तरफ से सिर्फ उन्ही को कॉल जाता है जिनकी अपॉइंटमेंट बुक रहती है या जिनकी पूजा की बुकिंग होती है या स्टोन का आर्डर रहता है,
Contact Us:- 7800771770

facebook:-   / nakshtratakaditya  
facebook page:- https://www.facebook.com/profile.php?...
website:- www.nakshtratak.com
#astrology
#jyotish
#learn_astrology_in_hindi,Astrology,
क्या नवमांश कुंडली बदल सकती है भाग्य, लग्न का कौन सा ग्रह है नवांश में महत्वपूर्ण,
 अगर आपकी लग्न कुंडली का लग्नेश और नवमांश कुंडली का लग्नेश दोनों मित्र हो तथा दोनों लग्न कुंडली और नवमांश में बली अवस्था में हो l
 लग्न कुंडली का लग्नेश नवमांश कुंडली में अच्छी स्थिति में हो l
 लग्न कुंडली का लग्नेश नवांश में भाग्य भाव में शुभ स्थिति में हो l
 लग्न कुंडली का भाग्येश, नवांश कुंडली में कारक ग्रह हो और अच्छा बैठा हो l
 लग्न कुंडली का धनेश, नवांश कुंडली के लग्न में, नवम में, दशम में, एकादश भाव में हो और बाली हो l
 नवांश कुंडली में राजयोग हो और आपकी लग्न कुंडली का लग्नेश नवमांश कुंडली में पीड़ित ना हो l
 लग्न कुंडली के सप्तम भाव में आपका कोई कारक ग्रह बैठा हो, धनेश बैठा हो, लाभेश बैठा हो और बाली हो
 पांचवें भाव का स्वामी, नवे भाव का स्वामी, दसवें भाव का स्वामी, या दूसरे भाव का स्वामी लग्न कुंडली के सप्तम भाव में बलवान हो l
 लग्न कुंडली के सप्तम भाव में छठे, आठवें या बारहवें भाव का स्वामी गया हो और पीड़ित हो तो विवाह के 18 महीने के भीतर कुछ अनिष्ट पद घटनाएं हो सकती हैं l
 लग्न कुंडली का सप्तमेश नवमांश कुंडली में जिस राशि में बैठा है, उस राशि का स्वामी लग्न कुंडली में जिस भाव में बैठा होगा और जिस भाव का स्वामी होगा उसके अनुसार विवाह के ढाई वर्ष के अंदर कुछ विशेष परिणाम प्राप्त होंगे जैसे सप्तमेश नवांश कुंडली में बुध की राशि में बैठा हो और वह बुध लग्न कुंडली में धन भाव में हो या लाभ भाव में हो तो धन या लाभ की प्राप्ति हो जाएगी l चतुर्थ भाव में होगा तो भूमि भवन वाहन से जुड़ा सुख प्राप्त हो जाएगा l छठे भाव में होगा तो रोग ऋण या शत्रुओं की वृद्धि हो सकती है l

Комментарии

Информация по комментариям в разработке