गणगौर का उद्यापन कैसे करें gangaur ujman ki vidhi va samagri गणगौर उद्यापन विधि 2024 gangor udhyapan

Описание к видео गणगौर का उद्यापन कैसे करें gangaur ujman ki vidhi va samagri गणगौर उद्यापन विधि 2024 gangor udhyapan

#gangaurfestival #gangor #gangorgeet
गणगौर का उद्यापन कैसे करें gangaur ujman ki vidhi va samagri गणगौर उद्यापन विधि 2024 gangor udhyapan

👉इस साल गणगौर 24 मार्च शुक्रवार 2023 को मनाई जाएगी 🤗

गणगौर का पर्व फाल्गुन माह की पूर्णिमा (होली) के दिन से आरंभ होता है और अगले 17 दिनों तक चलता है। हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को गणगौर मनाया जाता है। इस हिसाब से यह पर्व इस वर्ष मार्च 2024(शुक्रवार) को आएगा।
#गंगौरमार्च2024
#गणगौरकबहै
#गणगौर2024मेंकबकीहै
#gangorkavratkabhain
#gangorkabkihain
#gangorpujakividhi
#gangorgeet
#gangorpujakisamgri
#gangorudhyapanvidhi
#गणगौरउद्यापनविधि
#gangaurujmankividhi
#gangorudhyapansamagri
#गणगौरकाउद्यापनकैसेकरें #गणगौरउद्यापन16सुहागकीसामग्री
#gangor_ujman_samagri #rekha_tanwar_mahendergarh
#gangaur_ujman_ki_vidhi
#gangor_udhyapan_ki_vidhi
#gangaur_ujman_ki_samagri
#gangaur udhyapan
#gangorkabhai
#gangaurvratkatha
#gangourujman
gangaur udhyapan
gangaur ujman
gangaur ujman ki vidhi
gangor udhyapan samagri
gangaur ka udhyapan samagri
gangaur ujman vidhi
gangaur ujman ki vidhi bataye
gangaur puja vidhi 2023
gangor kaise puja jata hai
gangor puja 2023 mei kab hai
gangaur vrat 2023
gangaur vrat ki vidhi
gangor 2023
gangor ka udhyapan kaise karen
gangor udhyapan vidhi
गणगौर कब है गणगौर 2024 में कब है 2024 में गणगौर कब मनाई जाएगी 2024 में गणगौर पूजा विधि 2024 2024 में गणगौर पूजन कब है
गणगौर पूजन की विधि गणगौर उद्यापन विधि
गणगौर का उद्यापन कब और कैसे करें
गणगौर का उद्यापन कब करना चाहिए
गणगौर अध्यापन की 16 सामग्री
गणगौर पूजन की 16 सामग्री
गणगौर पूजा विधि गणगौर पूजा कैसे करें गणगौर का व्रत कैसे करें गणगौर का व्रत की नहीं करना चाहिए गणगौर उद्यापन कैसे करें गणगौर का उद्यापन कितने साल बाद करना चाहिए
गणगौर पूजा में महादेव शिव और माता पार्वती की पूजा आराधना की जाती है. महिलायें अपनी पति की लम्बी आयु, कुशलता और सुख समृद्धि के लिए महादेव शिव और माता पार्वती से आशीष मांगती हैं.
विवाहित महिलाओं द्वारा अपने सुखद वैवाहिक जीवन के लिए माता पार्वती से प्रार्थना की जाती है. कुंवारी युवतियां माता पार्वती से अपने लिए एक योग्य वर का आशीष मांगती हैं. गणगौर पूजा 2024 में कब है? गौरी तीज, गौरी तृतीया 2024 | Gangaur 2024
गौरी तृतीया या गणगौर चैत्र महीने की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जायेगी
चलिए अब हम सब चैत्र महीने की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि के प्रारंभ और समाप्त होने के समय के बारे में जानकारी प्राप्त करतें हैं.
गणगौर पूजा को गौरी तीज या गौरी तृतीया के नाम से भी जाना जाता है.
यह एक अत्यंत ही महत्वपूर्ण उत्सव है.
गणगौर त्यौहार में महादेव शिव और माता पार्वती की आराधना और स्तुति की जाती है.
विवाहित महिलायें अपनी पति की लम्बी आयु, कुशलता और सुखद वैवाहिक जीवन के लिए महादेव शिव और माता पार्वती से प्रार्थना करती हैं.
कुंवारी युवतियां महादेव शिव और माता पार्वती से अपने लिए सुयोग्य वर की प्रार्थना करतीं हैं.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार गणगौर त्यौहार को सच्ची श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाने से सुख शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती
gangaur udyapan ki vidhi, gangaur ka udyapan kaise karen, gangaur udyapan 2024, gangor ka udyapan karne ki saral vidhi 2024, gangor udyapan samagri, gangor ka udyapan karne ke liye kya kya chahie, gangor udyapan mein 16 jagah kya kya saman den , gangor Puja vidhi,
#rekha_tanwar
@RekhaTanwar
@pradeepmishraji
#gangor
gangaur
gangaur puja vidhi
gangaur udhyapan samagri
gangaur udhyapan vidhi
#gangorkaujmankesekare
#gangorudyapanvidhi2024
#gangorkaudyapankaisekaren
#gangorkiPujakaisekaren
#gangorudyapan
#gangorudyapansamagrividhi
#prettycorner
#gangaurpujan
#gangaurpujansamagri
#gangaurpooja
#gangorpooja
#gamgorpujan
#gangor
#gangaurujmanvidhi
#gangaur_ka_geet_marwadi_me
#gangaur
#gangaurfestival
#gangaurgeet
#gangaurpuja
#gangaurujaman
#gangaur #rekha_tanwar_mahendergarh
गणगौर पूजन की विधि गणगौर उद्यापन विधि
गणगौर का उद्यापन कब और कैसे करें
गणगौर का उद्यापन कब करना चाहिए
गणगौर अध्यापन की 16 सामग्री
गणगौर पूजन की 16 सामग्री
गणगौर 2023
गणगौर पूजा विधि गणगौर पूजा कैसे करें गणगौर का व्रत कैसे करें गणगौर का व्रत की नहीं करना चाहिए गणगौर उद्यापन कैसे करें गणगौर का उद्यापन कितने साल बाद करना चाहिए
अप्रैल 2024 गणगौर पूजा में महादेव शिव और माता पार्वती की पूजा आराधना की जाती है. महिलायें अपनी पति की लम्बी आयु, कुशलता और सुख समृद्धि के लिए महादेव शिव और माता पार्वती से आशीष मांगती हैं.
विवाहित महिलाओं द्वारा अपने सुखद वैवाहिक जीवन के लिए माता पार्वती से प्रार्थना की जाती है. कुंवारी युवतियां माता पार्वती से अपने लिए एक योग्य वर का आशीष मांगती हैं.
👉ये पर्व स्त्री और पुरुष दोनों के लिए ही लाभदायक माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस व्रत को करने से कुंवारी स्त्रियों और सुसंस्कारी पति मिलता है। वहीं विवाहित महिलाएं इस व्रत को इसलिए करती हैं कि उनका दाम्पत्य जीवन सुखी रहें। बहुत से पुरुष भी इस व्रत को करते हैं ताकि उन्हें एक अच्छी पत्नी मिले।
होली के दिन ही पूजा मंडप की स्थापना की जाती है। जिसके लिए भगवान शिव और मां पार्वती की मिट्टी से प्रतिमा बनाई जाती है। इन दोनों प्रतिमाओं की प्रतिदिन सुबह रोली, मौली, हल्दी, चावल, फूल, और दूब आदि से पूजा की जाती है। इसके बाद उन्हें चूरमे का भोग लगाकर गणगौर की आरती की जाती है। अंत में गणगौर के दिन इन प्रतिमाओं को विदा कर बहते पानी अथवा किसी पवित्र सरोवर या जल में विसर्जित कर दिया जाता है।

Комментарии

Информация по комментариям в разработке