Awadhi Lokgeet: Ganga Geet by Shrikant Vaish

Описание к видео Awadhi Lokgeet: Ganga Geet by Shrikant Vaish

हे गंगा माई हमार पाप काटा:

भारतीय जनमानस में गंगा, पवित्रता, उदारता और आवश्यकता की अविरल प्रवाह है। वह गंगोत्री से गंगासागर तक उर्वरता का अनुदान बिखेरती चली जाती हैं....... वह श्रध्दा, शुचिता और संसाधन-सम्पदा की अद्भुत त्रिवेनी भी है। गंगा-हीन भारत की कल्पना करें तो मात्र बंजर सा कुछ बचता है। प्रकृति से आहत जनमन रुँधे कण्ठ से माँ गंगा को पुकारता है। श्रीकांत वैश्य जी की एक और मधुर प्रस्तुति......

संगीत और स्वर: श्रीकांत वैश्य
भाव भूमिका : अरुण कुमार तिवारी
वीडियो संयोजन: अरुण कुमार तिवारी

रोज रोज..
रोज रोज गीला गरीबी में आटा,
हे गंगाs...!
हे गंगा माई हमार पाप काटा-2
रोज रोज गीला गरीबी में आटा,
हे गंगाs...!
हे गंगा माई हमार पाप काटा-2

खेती कचहरी पढ़ाई की चिंता-2
बिटिया क गवना विदाई क़ चिंता-2
बनल रहे...
बनल रहे माई हमार जोरू जाँता;
हे गंगाs...!
हे गंगा माई हमार पाप काटा-2

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