हम इतना सोचते क्यों हैं? || आचार्य प्रशांत, युवाओं के संग (2014)

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वीडियो जानकारी: शब्दयोग सत्संग, 15.04.2014, यू.पी.टी.यू.

प्रसंग:
~हम इतना सोचते क्यों हैं?
~क्या हमारा स्वभाव हैं सोचना?
~सोच कहाँ से उठती है?
~क्या सोचने से समस्या का समाधान हो सकता है?

संगीत: मिलिंद दाते
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