मंत्र तंत्र यंत्र चैनल में आप सभी का स्वागत है आज मैं आप सभी के लिए नवग्रह शांति मंत्र लेकर आया हूं
आज मैं आपको नवग्रह के एक ऐसा चमत्कारी मंत्र के बारे में बताऊंगा जिससे आपकी हर पीड़ा का अंत हो जाएगा
इस मंत्र को प्रतिदिन प्रात काल सुनने या जाप करने से लाभ होगा
यदि हर रोज़ नवग्रह मंत्र का जाप 108 बार किया जाए तो , साधक को सभी ग्रहों की अनुकनलता प्राप्त होती है और शुभ फल मिलते हैं।
इस मंत्र का जाप इस विधि से कर सकते हैं
जप के लिए सफ़ेद आसन पर बैठकर, आसन के नीचे कुछ सिक्के रखकर उसके ऊपर सुखासन (पालथी) मारकर बैठ जाएं। फिर जप करते हुए भाव करें कि-
ग्रहों में प्रथम विश्व की रक्षा करने वाले भगवान सूर्य मेरी पीड़ा का हरण करें ।
अमृतमय स्वरूप वाले, अमतरूपी शरीर वाले तथा अमृत का पान कराने वाले चंद्रदेव मेरी पीड़ा को दूर करें।
जगत् को भय प्रदान करने वाले, वृष्टि करने वाले तथा वृष्टि का हरण करने वाले मंगल मेरी पीड़ा का हरण करें ।
महान द्युति से संपन्न, चंद्रमा के पुत्र बुध मेरी पीड़ा का निवारण करें ।
सर्वदा लोक कल्याण में निरत रहने वाले, देवताओं के गुरू बृहस्पति मेरी पीड़ा को दूर करें ।
दैत्यों के गुरू महान बुद्धि संपन्न शुक्र मेरी पीड़ा को दूर करें ।
सूर्य विशाल नेत्रों वाले, भगवान् शिव के प्रिय प्रसन्नात्मा शनि देव मेरी पीड़ा को दूर करें ।
विविध रूप तथा वर्ण वाले, हजारों आंखों वाले, तमोमय राहु मेरी पीड़ा का हरण करें।
नाड़ी से संपन्न, विशाल मुख और बिना शरीर वाले केतु मेरी पीड़ा का हरण करे
यह मंत्र में 108 बार जाप करके दे रहा हूं कृपया इसे प्रतिदिन सुने और इसका लाभ लें
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नवग्रह शांति मंत्र:-
ब्रह्मा मुरारी त्रिपुरांतकारी भानु: शशि भूमि सुतो बुधश्च।
गुरुश्च शुक्र शनि राहु केतव सर्वे ग्रहा शांति करा भवंतु ।।
Welcome to all of you in Mantra Tantra Yantra channel, today I have brought Navagraha Shanti Mantra for all of you.
Today I will tell you about such a miraculous mantra of Navagraha, which will end all your pain.
Listening or chanting this mantra every morning will be beneficial.
If Navagraha Mantra is chanted 108 times everyday, the seeker gets the favor of all the planets and gets auspicious results.
You can chant this mantra in this way
For chanting, sit on a white aasan, put some coins under the aasan and sit on it by hitting Sukhasan (palathi). Then while chanting, feel that-
Lord Sun, who protects the first world among the planets, take away my pain.
O Chandradev, who has nectar-like form, body like nectar and who makes me drink nectar, remove my pain.
The one who gives fear to the world, the one who rains and the abductor of rain, take away my pain.
May Mercury, the son of the Moon, endow me with great effulgence, relieve my pain.
May Brihaspati, the preceptor of the deities, who is always engaged in the welfare of the people, remove my pain.
Shukra, the teacher of the demons, who is endowed with great wisdom, remove my pain.
Sun, the one with huge eyes, the beloved of Lord Shiva, Shani Dev, the happy soul, remove my pain.
Tamomaya Rahu, who has many forms and colors, with thousands of eyes, take away my pain.
Ketu full of pulse, huge mouth and bodyless, take away my pain
I am giving this mantra by chanting it 108 times, please listen to it daily and take advantage of it.
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Navagraha Shanti Mantra:-
brahma muraaree tripuraantakaaree bhaanu: shashi bhoomi suto budhashch.
gurushch shukr shani raahu ketav sarve graha shaanti kara bhavantu ..
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