यूपी बोर्ड हिंदी (संस्कृत) कक्षा 9 पाठ 3 सुभाषितानि प्रश्न उत्तर Up board Hindi (Sanskrit bhag ) class 9 chapter 3 Subhashitani questions Answers Prashn Uttar #upboard #primary #upperprimary #class9 #hindiclass9 #chapter3 #sanskrit यूपी बोर्ड हिंदी (संस्कृत भाग)
तृतीयः पाठः सुभाषितानि(सुन्दर उक्तियाँ)
(प्रश्न उत्तर)
👉I. निम्नलिखित प्रश्नों के सही विकल्प का चयन कीजिए-
1. तमः कः हन्ति ?
(अ) चन्द्रः(✓) (ब) सूर्यः
(स) तारा (द) एतेषु न कश्चिदामपि
2. अनृतं केन जयेत् ?
(अ) असत्यभाषणेन (ब) सत्यभाषणेन(✓)
(स) मृदुभाषणेन (द) कटुभाषणेन
3. क्रोधं केन जयेत् ?
(अ) शान्त्या(✓) (ब) भयेन
(स) अशान्त्या (द) कलहेन
4. कीदृशो मार्गः सर्वोत्तमः भवति ?
(अ) कुमार्गः (ब) सुमार्गः
(स) सतां मार्गः(✓) (द) एतेषु न कश्चिदामपि
5. किस प्रकार के लोग लोकप्रिय होते हैं?
(अ) जो लोगों को मन से प्रसन्न रखें (स) जो कर्म से लोगों को प्रसन्न रखें
(ब) जो वाणी से लोगों को प्रसन्न रखें (द) उपर्युक्त सभी(✓)
6. किस प्रकार के लोग संसार में दुर्लभ हैं?
(अ) सदाचारी(✓) (ब) कदाचारी
(स) अत्याचारी (द) मिथ्यावादी
7. किसकी बुद्धि विकसित होती है?
(अ) जो पढ़ता है (ब) जो लिखता है
(स) जो पण्डितों के पास बैठता है (द) उपर्युक्त सभी(✓)
8. कदर्यं केन जयेत् ?
(अ) दानेन(✓) (ब) पुण्येन
(स) कर्मेण (द) एतेषु न कश्चिदामपि
👉II. निम्नलिखित पद्यों (श्लोकों) का सन्दर्भ सहित हिन्दी में अनुवाद कीजिए-
(अ) वरमेको गुणी………..तारागणैरपि।
।।
सन्दर्भ - प्रस्तुत श्लोक हमारी पाठ्य-पुस्तक के अन्तर्गत संस्कृत खण्ड के 'सुभाषितानि' नामक पाठ से उद्धृत है।
हिन्दी अनुवाद - दुष्टों की संगति त्याग दो। सज्जनों से मेल-मिलाप करो। दिन में पुण्य कर्म करो और रात्रि में उचित-अनुचित को याद करो अर्थात् हमें दिनभर अच्छे कार्य करने चाहिए और रात्रि में उन पर विचार करना चाहिए कि हमने क्या उचित किया और क्या अनुचित ।
👉III. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संस्कृत में लिखिए-
प्रश्न 1. लोकः कं प्रसीदति ?
उत्तर : यः लोकं चक्षुषा, मनसा, वाच, कर्मणा च प्रसादयति तं लोकं प्रसीदयति ।
प्रश्न 2. कोधं केन जयेत् ?
उत्तर : अक्रोधेन क्रोधं जयेत्।
प्रश्न 3. अनृतं केन जयेत् ?
उत्तर : अनृतं सत्येन जयेत् ।
प्रश्न 4. असाधु केन जयेत् ?
उत्तर : साधुना असाधुं जयेत् ।
प्रश्न 5. अंधकारे प्रवेष्टब्ये यत्नेन कः वार्यताम्?
उत्तर : अंधकारे प्रवेष्टब्ये दीपो यत्नेन वार्यताम् ।
प्रश्न 6. कीदृशो मार्गः सर्वोत्तमः भवति ?
उत्तर : सतां मार्गः सर्वोत्तमः भवति ।
प्रश्न 7. कस्यः बुद्धि विकसिता भवति ?
उत्तर : यः पठति, लिखति, पश्यति, परिपृच्छति, पण्डितान् उपाश्रयति च तस्य बुद्धिः विकसिता भवति ।
प्रश्न 8. कीदृशाः जनाः लोके दुर्लभाः?
उत्तर : सदाचारी जनाः लोके दुर्लभाः।
प्रश्न 9. कः तमो हन्ति ?
उत्तर : एकश्चन्द्रस्तमो हन्ति ।
प्रश्न 10. लोके कियन्तः सन्तः सन्ति ?
उत्तर : लोके अत्यल्पाः सन्तः सन्ति ।
11. गुणी पुत्रस्य उपमा केन प्रदत्ता ?
उत्तर : गुणी पुत्रस्य उपमा चन्द्रेण प्रदत्ता।
12. कदर्यं केन जयेत ?
उत्तर : कदर्यं दानेन जयेत।
13. मानवः कं त्यजेत् कं च भजेत्।
उत्तर: मानवः दुर्जनसंसर्गं त्यजेत्, साधुसमागमं भजेत्।
14. के मनसि वचसि काये पुण्यपीयूषपूर्णाः सन्ति ?
उत्तर: सन्तः मनसि वचसि काये पुण्यपीयूषपूर्णाः सन्ति।
15. किं विधं औषधं दुर्लभम् ?
उत्तर: स्वादु च हितं च औषधं दुर्लभम्।
व्याकरण-बोध के प्रश्न
👉1. निम्नलिखित वाक्यों का संस्कृत में अनुवाद कीजिए-
(अ) सूर्य पूर्व से निकलता है।
अनुवाद : सूर्य पूर्वात् उदेति।
(ब) जो विद्वान् होते हैं, वे हितैषी नहीं होते हैं।
अनुवाद : ये विद्वानः भवन्ति, ते हितैषिणः न भवन्ति।
(स) जो मुझे प्रसन्न रखता है, मैं उसे प्रसन्न रखता हूँ।
अनुवाद: यः मां प्रसादयति, अहं तम् अपि प्रसादयामि।
(द) असत्य को सत्य से जीतना चाहिए।
अनुवाद: असत्यं सत्येन जयेत्।
(य) एक चन्द्रमा ही अंधकार को नष्ट कर देता है।
अनुवाद: एकः एव चन्द्रः तमः हन्ति।
(र) कन्जूसी को दान से जीतना चाहिए।
अनुवाद: कदर्यं दानेन जयेत्।
(ल) सौ मूर्खी की अपेक्षा एक गुणवान् पुत्र श्रेष्ठ है।
अनुवाद: शतमूर्खेभ्यः एकः गुणी पुत्रः श्रेष्ठः।
2. निम्नलिखित धातु-रूपों में लकार, वचन तथा पुरुष लिखिए-
सन्ति, जयेत्, कुरु, त्यज, भवति।
उत्तर: सन्ति → लट् लकार, बहुवचन, प्रथमपुरुष।
जयेत् → लोट् लकार (आशीर्लिङ् भी मान्य), एकवचन, प्रथमपुरुष।
कुरु → लोट् लकार, एकवचन, मध्यमपुरुष।
त्यज → लोट् लकार, एकवचन, मध्यमपुरुष।
भवति → लट् लकार, एकवचन, प्रथमपुरुष।
3. निम्नलिखित शब्द-रूपों में विभक्ति एवं वचन लिखिए-
मनसा, कर्मणा, अक्रोधेन, दानेन, साधुना।
उत्तर: मनसा → तृतीया विभक्ति, एकवचन।
कर्मणा → तृतीया विभक्ति, एकवचन।
अक्रोधेन → तृतीया विभक्ति, एकवचन।
दानेन → तृतीया विभक्ति, एकवचन।
साधुना → तृतीया विभक्ति, एकवचन।
4. निम्नलिखित शब्दों में सन्धि-विच्छेद कीजिए और सन्धि का नाम लिखिए-
यथौषधम्, सुहृच्च, चानृतम्, तारागणैरपि, तपस्तैलम् ।
उत्तर: यथौषधम् → यथा + औषधम् (दीर्घ सन्धि)।
सुहृच्च → सुहृत् + च (विसर्ग सन्धि)।
चानृतम् → च + अनृतम् (दीर्घ सन्धि/अकः सवर्णे दीर्घः)।
तारागणैरपि → तारागणैः + अपि (विसर्ग लोप सन्धि)।
तपस्तैलम् → तपः + तैलम् (विसर्ग सन्धि)।
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