नमस्कार दोस्तों,
आज हम चर्चा करेंगे तीसरे भाव के स्वामी (तृतीयेश) के बारहों भावों में फल के बारे में।
जन्मकुंडली का तीसरा भाव हमारे साहस, पराक्रम, मेहनत, छोटे भाई-बहन, मित्रता, संचार कौशल, छोटी यात्राएँ और हॉबीज़ का द्योतक है।
इस भाव का स्वामी जहाँ भी बैठता है, वहाँ की ऊर्जा में परिश्रम, संघर्ष और साहस जुड़ जाता है।
हालाँकि असली फल ग्रह की स्थिति, दृष्टि, राशि, नक्षत्र और दशा पर निर्भर करता है।
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भाव अनुसार फल
1️⃣ तृतीयेश प्रथम भाव में
• जातक साहसी, आत्मविश्वासी और परिश्रमी होता है।
• कम शिक्षा होने पर भी बुद्धि तीव्र और कार्यकुशल।
• स्वयं के प्रयास से जीवन में प्रगति करता है।
• भाई-बहनों से जुड़ाव, लेकिन कभी-कभी प्रतियोगिता या अहंकार।
• यात्राओं और संचार कार्य से सफलता।
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2️⃣ तृतीयेश द्वितीय भाव में
• पराक्रम धन कमाने में सहायक।
• वाणी में प्रभाव, बोलने से लाभ, लेकिन कभी कठोरता।
• परिवार में भाई-बहनों का योगदान रहता है।
• कभी-कभी लालच और अप्राकृतिक प्रवृत्ति।
• स्वभाव थोड़ा ढीला हो सकता है।
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3️⃣ तृतीयेश तृतीय भाव में (स्वगृही)
• साहस और मेहनत चरम पर।
• भाई-बहनों से सुख व सहयोग।
• जातक अपने बल पर नाम और यश कमाता है।
• प्रसन्नचित्त, धनी और जीवन में सुखी।
• खेल, लेखन, मीडिया, सेना आदि क्षेत्रों में सफलता।
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4️⃣ तृतीयेश चतुर्थ भाव में
• घर-परिवार और माँ के सुख के लिए मेहनत करता है।
• वाहन, संपत्ति, जमीन के कार्य में लाभ।
• घरेलू वातावरण में सक्रियता।
• पत्नी का स्वभाव कभी कठोर हो सकता है।
• माँ के साथ मतभेद भी संभव।
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5️⃣ तृतीयेश पंचम भाव में
• शिक्षा, रचनात्मक कार्य, प्रेम संबंधों में साहस और ऊर्जा।
• संतान ऊर्जावान और सक्रिय।
• बुद्धिमान और सन्तानवान।
• मीडिया, खेल, एक्टिंग, स्टॉक मार्केट आदि में सफलता।
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6️⃣ तृतीयेश षष्ठ भाव में
• शत्रुओं और प्रतिद्वंदियों पर विजय।
• मेहनत के बल पर ऋण और बाधाओं से छुटकारा।
• भाई-बहनों से विरोध।
• मामा पक्ष से हानि और मतभेद।
• सरकारी/कानूनी मामलों में लाभ।
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7️⃣ तृतीयेश सप्तम भाव में
• जीवनसाथी साहसी और सक्रिय।
• साझेदारी और व्यापार में लाभ।
• राजकीय सेवा या पब्लिक डीलिंग में अवसर।
• बचपन में कष्ट, दांपत्य में प्रतियोगिता या अहंकार।
• स्वभाव में कभी-कभी ईमानदारी की कमी।
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8️⃣ तृतीयेश अष्टम भाव में
• जीवन के उतार-चढ़ाव में साहस मददगार।
• रिसर्च, गुप्त विद्या, बीमा, जासूसी, ज्योतिष आदि क्षेत्रों में सफलता।
• भाई-बहनों से अचानक समस्याएँ या दूरी।
• स्वास्थ्य में अचानक परिवर्तन।
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9️⃣ तृतीयेश नवम भाव में
• पिता का सुख कम, लेकिन स्वयं के साहस से भाग्य का निर्माण।
• पत्नी और संतान के भाग्य से उन्नति।
• धार्मिक यात्राएँ और गुरु का आशीर्वाद।
• उच्च शिक्षा और विदेश यात्रा के योग।
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🔟 तृतीयेश दशम भाव में
• करियर और प्रोफेशन में मेहनत और साहस से उन्नति।
• नाम, यश और प्रतिष्ठा प्राप्त करता है।
• सरकारी, प्रशासनिक या जनसंपर्क कार्यों में सफलता।
• भाई-बहनों से कार्य में सहयोग।
• आर्थिक रूप से धनी।
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1️⃣1️⃣ तृतीयेश एकादश भाव में
• पराक्रम से आय और लाभ।
• मित्रों और बड़े भाई-बहनों से सहयोग।
• इच्छाएँ और लक्ष्य पूरे होते हैं।
• कम शिक्षा होने पर भी मेधावी और साहसी।
• व्यापार और नेटवर्किंग से लाभ।
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1️⃣2️⃣ तृतीयेश द्वादश भाव में
• धन का अपव्यय या खर्च असामान्य ढंग से।
• पिता या विवाह/स्त्री संबंधों के बाद भाग्योदय।
• विदेश यात्रा, हॉस्पिटल, आश्रम आदि से जुड़ाव।
• भाई-बहनों से दूरी या विदेश में बसने की संभावना।
• स्वभाव कठोर और मेहनत का फल देर से।
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