Logo video2dn
  • Сохранить видео с ютуба
  • Категории
    • Музыка
    • Кино и Анимация
    • Автомобили
    • Животные
    • Спорт
    • Путешествия
    • Игры
    • Люди и Блоги
    • Юмор
    • Развлечения
    • Новости и Политика
    • Howto и Стиль
    • Diy своими руками
    • Образование
    • Наука и Технологии
    • Некоммерческие Организации
  • О сайте

Скачать или смотреть देव उठानी एकादशी व्रत कथा | भगवान विष्णु के जागरण की पावन कथा | Dev Uthani Ekadashi Vrat Katha

  • श्री राम दर्शन 108
  • 2025-11-24
  • 1
देव उठानी एकादशी व्रत कथा | भगवान विष्णु के जागरण की पावन कथा | Dev Uthani Ekadashi Vrat Katha
  • ok logo

Скачать देव उठानी एकादशी व्रत कथा | भगवान विष्णु के जागरण की पावन कथा | Dev Uthani Ekadashi Vrat Katha бесплатно в качестве 4к (2к / 1080p)

У нас вы можете скачать бесплатно देव उठानी एकादशी व्रत कथा | भगवान विष्णु के जागरण की पावन कथा | Dev Uthani Ekadashi Vrat Katha или посмотреть видео с ютуба в максимальном доступном качестве.

Для скачивания выберите вариант из формы ниже:

  • Информация по загрузке:

Cкачать музыку देव उठानी एकादशी व्रत कथा | भगवान विष्णु के जागरण की पावन कथा | Dev Uthani Ekadashi Vrat Katha бесплатно в формате MP3:

Если иконки загрузки не отобразились, ПОЖАЛУЙСТА, НАЖМИТЕ ЗДЕСЬ или обновите страницу
Если у вас возникли трудности с загрузкой, пожалуйста, свяжитесь с нами по контактам, указанным в нижней части страницы.
Спасибо за использование сервиса video2dn.com

Описание к видео देव उठानी एकादशी व्रत कथा | भगवान विष्णु के जागरण की पावन कथा | Dev Uthani Ekadashi Vrat Katha

देव उठानी एकादशी व्रत कथा | भगवान विष्णु के जागरण की पावन कथा | Dev Uthani Ekadashi Vrat Katha


---

📌 हैशटैग (Hashtags):
#DevUthaniEkadashi #EkadashiVratKatha #TulsiVivah #BhagwanVishnu #HinduMythology #SanatanDharma #VratKatha #ReligiousStories #HinduFestivals #Ekadashi2025 #DevUthani2025


---

📌 डिस्क्रिप्शन (Description):
देव उठानी एकादशी, जिसे प्रबोधिनी एकादशी भी कहा जाता है, भगवान विष्णु के जागरण का पावन दिन है। चार महीने के चातुर्मास के बाद इसी दिन भगवान विष्णु योग-निद्रा से जागते हैं। इस व्रत को रखने से परिवार में सुख, शांति, समृद्धि और मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।
इस वीडियो/पोस्ट में आप पढ़ेंगे देव उठानी एकादशी व्रत कथा, पूजा विधि, महत्व और तुलसी विवाह की दिव्य कथा।
🙏देवउठनी एकादशी व्रतकथा🙏
कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवउठनी एकादशी कहा जाता है। इसे देवोत्थान एकादशी, देवउठनी ग्यारस, प्रबोधिनी एकादशी आदि नामों से भी जाना जाता है।

एक राजा के राज्य में सभी लोग एकादशी का व्रत रखते थे। प्रजा तथा नौकर-चाकरों से लेकर पशुओं तक को एकादशी के दिन अन्न नहीं दिया जाता था।

एक दिन किसी दूसरे राज्य का एक व्यक्ति राजा के पास आकर बोला- महाराज! कृपा करके मुझे नौकरी पर रख लें। तब राजा ने उसके सामने एक शर्त रखी कि ठीक है, रख लेते हैं। किन्तु रोज तो तुम्हें खाने को सब कुछ मिलेगा, पर एकादशी को अन्न नहीं मिलेगा।

उस व्यक्ति ने उस समय 'हाँ' कर ली, पर एकादशी के दिन जब उसे फलाहार का सामान दिया गया तो वह राजा के सामने जाकर गिड़गिड़ाने लगा- महाराज! इससे मेरा पेट नहीं भरेगा। मैं भूखा ही मर जाऊँगा। मुझे अन्न दे दो।

राजा ने उसे शर्त की बात याद दिलाई, पर वह अन्न छोड़ने को राजी नहीं हुआ, तब राजा ने उसे आटा-दाल-चावल आदि दिए। वह नित्य की तरह नदी पर पहुँचा और स्नान कर भोजन पकाने लगा। जब भोजन बन गया तो वह भगवान को बुलाने लगा- आओ भगवान! भोजन तैयार है।

पंद्रह दिन बाद अगली एकादशी को वह राजा से कहने लगा कि महाराज, मुझे दुगुना सामान दीजिए। उस दिन तो मैं भूखा ही रह गया। राजा ने कारण पूछा तो उसने बताया कि हमारे साथ भगवान भी खाते हैं। इसीलिए हम दोनों के लिए ये सामान पूरा नहीं होता।

बुलाने पर पीताम्बर धारण किए भगवान चतुर्भुज रूप में आ पहुँचे तथा प्रेम से उसके साथ भोजन करने लगे। भोजनादि करके भगवान अंतर्धान हो गए तथा वह अपने काम पर चला गया।

पंद्रह दिन बाद अगली एकादशी को वह राजा से कहने लगा कि महाराज, मुझे दुगुना सामान दीजिए। उस दिन तो मैं भूखा ही रह गया। राजा ने कारण पूछा तो उसने बताया कि हमारे साथ भगवान भी खाते हैं। इसीलिए हम दोनों के लिए ये सामान पूरा नहीं होता।

यह सुनकर राजा को बड़ा आश्चर्य हुआ। वह बोला- मैं नहीं मान सकता कि भगवान तुम्हारे साथ खाते हैं। मैं तो इतना व्रत रखता हूँ, पूजा करता हूँ, पर भगवान ने मुझे कभी दर्शन नहीं दिए।

राजा की बात सुनकर वह बोला- महाराज! यदि विश्वास न हो तो साथ चलकर देख लें। राजा एक पेड़ के पीछे छिपकर बैठ गया। उस व्यक्ति ने भोजन बनाया तथा भगवान को शाम तक पुकारता रहा, परंतु भगवान न आए। अंत में उसने कहा- हे भगवान! यदि आप नहीं आए तो मैं नदी में कूदकर प्राण त्याग दूँगा।

लेकिन भगवान नहीं आए, तब वह प्राण त्यागने के उद्देश्य से नदी की तरफ बढ़ा। प्राण त्यागने का उसका दृढ़ इरादा जान शीघ्र ही भगवान ने प्रकट होकर उसे रोक लिया और साथ बैठकर भोजन करने लगे। खा-पीकर वे उसे अपने विमान में बिठाकर अपने धाम ले गए।

यह देख राजा ने सोचा कि व्रत-उपवास से तब तक कोई फायदा नहीं होता, जब तक मन शुद्ध न हो। इससे राजा को ज्ञान मिला। वह भी मन से व्रत-उपवास करने लगा और अंत में स्वर्ग को प्राप्त हुआ।

इति शुभम्।.

Комментарии

Информация по комментариям в разработке

Похожие видео

  • Hanuman chalisa #hanumanji #hanumanbhakti #hanumachalisa #hanumanbhajan
    Hanuman chalisa #hanumanji #hanumanbhakti #hanumachalisa #hanumanbhajan
    8 дней назад
  • Hanuman ji ki Adbhut kahani #facts #hanuman #hindumythology #divineknowledge #bhakti #hindudevotees
    Hanuman ji ki Adbhut kahani #facts #hanuman #hindumythology #divineknowledge #bhakti #hindudevotees
    6 дней назад
  • О нас
  • Контакты
  • Отказ от ответственности - Disclaimer
  • Условия использования сайта - TOS
  • Политика конфиденциальности

video2dn Copyright © 2023 - 2025

Контакты для правообладателей [email protected]