टेकरी हनुमान मंदिर | हनुमान टेकरी गुना मंदिर | मध्य प्रदेश | जय श्री राम | 4K | दर्शन🙏

Описание к видео टेकरी हनुमान मंदिर | हनुमान टेकरी गुना मंदिर | मध्य प्रदेश | जय श्री राम | 4K | दर्शन🙏

भक्तों जय श्री राम, जय हनुमान. आप सभी का तिलक परिवार की ओर से हार्दिक अभिनन्दन. भक्तों , कलयुग के जागृत देवता हनुमान जी बहुत ही शीघ्र प्रसन्न होने वाले देव हैं, विशेषकर राम भक्ति, श्री राम कथा अथवा श्री राम संकीर्तन करने से हनुमान जी प्रसन्न ही नहीं होते वरन सब कार्यो की सिद्धि भी करते हैं, इसलिए यदि हनुमान जी को प्रसन्न करना है तो श्री राम जी की स्वरुप अपने हृदय में बसा कर प्रभु श्री राम का गुणगान करना आरम्भ कर दीजिये, बस फिर आप श्री सीता राम के लाड़ले श्री हनुमान जी की कृपा से निहाल हो जायेंगे ।वैसे तो देश भर में श्री हनुमान जी के अनेको मंदिर हैं पर आज हम आपको दर्शन करवाने जा रहे हैं , हनुमान जी के एक अति प्राचीन और दिव्य मंदिर के, जहाँ हनुमान जी भक्तो के सभी कष्टों को मिटाकर शीघ्र की उनकी हर मनोकामना की पूर्ति करते हैं. हनुमान जी का वह दिव्य मंदिर है ""टेकरी हनुमान मंदिर"" के।

मंदिर के बारे में:
भक्तों ""टेकरी हनुमान मंदिर"" मध्य प्रदेश के गुना ज़िले से लगभग 5 किलोमीटर दुर एक पहाड़ी पर स्थित है, इस मंदिर में हनुमान जी की स्वयंभू दक्षिण मुखी प्रतिमा के दर्शन होते है, यह मंदिर एक साथ लगी तीन पहाड़ियों में से एक पर है जिसमे एक पहाड़ी को श्री राम पहाड़ी, दूसरी पहाड़ी को हनुमान पहाड़ी तथा तीसरी पहाड़ी को लक्ष्मण पहाड़ी के रूप में जाना जाता है. कहा जाता है कि हनुमान जी का यह दक्षिण मुखी स्वरुप राक्षसों, भूत-प्रेतों का नाश करने वाला तथा सभी संकटो से मुक्त करने वाला है। टेकरी के हनुमान जी भक्तो की सभी कामनाओ की पूर्ति भक्तो की श्रद्धानुसार शीघ्र करते हैं। हनुमान जी का यह मंदिर बहुत ही भव्य एवं सुंदर है। मंदिर पहाड़ी पर स्थित होने के कारण कुछ सीढियाँ चढ़कर मंदिर पहुंचना होता है.

मंदिर का इतिहास:
भक्तों ""टेकरी सरकार हनुमान मंदिर"" बहुत ही प्राचीन मंदिर है, कहा जाता है कि मंदिर का इतिहास सातवीं शताब्दी पूर्व का है, मंदिर का ये स्थान पहले से ही साधु-संतो की तपो-भूमि रहा है। बरसो पहले यहाँ एक चबूतरे पर हनुमान जी का छोटा सा मंदिर था, फिर कुछ वर्षों पूर्व मंदिर का पुनर्निर्माण कार्य संपन्न हुआ, और वर्तमान भव्य मंदिर का रूप दिया गया.

मंदिर का गर्भग्रह:
सीढियां चढ़कर आये श्रद्धालु सामने ही गर्भग्रह की ओर जाने वाले सभामंडप में प्रवेश करते हैं. सभामंड़प में प्रवेश करते ही एक अद्भुद शान्ति का अनुभव होता है. यह प्रांगण बहुत ही विशाल एवं श्वेत रंग से रंग हुआ है. और वहीं सामने गर्भग्रह में विराजित हनुमान जी महाराज के दर्शन होते हैं. हनुमान जी की यह स्वयंभू प्रतिमा बहुत प्राचीन है. श्रद्धालु भगवान् बजरंगबली के इस रूप के दर्शन कर भाव विभोर हो उठते हैं. और अपने सभी कष्टों के निवारण तथा मनोकामनाओं की पूर्ती की प्रार्थना करते हैं. मंदिर प्रांगण की दीवारों को भगवान् श्री सीता राम एवं भगवान् भोलेनाथ के सुन्दर चित्रों से सजाया गया है.

मंदिर परिसर:
मंदिर में मुख्य रूप से विराजमान हनुमान जी के दर्शन कर श्रद्धालु कुछ छण मंदिर प्रांगण में व्यतीत करते हैं. परिसर में बैठे की पर्याप्त व्यवस्था है जहाँ से नीचे चारों ओर देखने पर प्रकृति का सुंदर दृश्य मंत्रमुग्ध कर देने वाला है. परिसर में हनुमान जी के मुख्य मंदिर के अतिरिक्त यहाँ भगवान् भोलेनाथ का भी बहुत ही सुंदर मंदिर है जहाँ भक्तगण पूरे श्रद्धा एवं भक्ति के साथ महादेव का पूजन करते हैं. इनके अतिरिक्त यहाँ सिद्धबाबा का भी छोटा सा मंदिर है. कहते हैं जब मंदिर के लिए यहाँ खुदाई कार्य हुआ था उस समय धरती के गर्भ से बहुत से सोने के सिक्के निकले थे जो कई हज़ार वर्ष पुराने बताये गए. ""टेकरी हनुमान मंदिर"" परिसर में संकीर्तन भवन, और धरम शाला भी बनाए गए है, रात्रि में मंदिर में झिलमिलाती रंगीन बत्तियों की सजावट अति सुन्दर प्रतीत होती है, मंदिर प्रकाश से जगमगाता रहता है, पहाड़ी पर स्थित इस श्वेत रंग से रंगे मंदिर का दृश्य मन को लुभाने वाला है, मंदिर का शिल्प कार्य भी अत्याधुनिक और बहुत सुन्दर है हनुमान जयंती पर यहाँ २ दिन के लिए एक विशाल मेले का आयोजन होता है , दूर-दूर से भक्त जन अपनी कार्यसिद्धि के लिए यहाँ श्री हनुमान जी महाराज की पूजा करने आते हैं, भक्तो हनुमान जयंती पर यहाँ श्रद्धालुओं की बहुत भीड़ होती है, हनुमान जी भक्तो के सभी कष्टों और संकटो को मिटाकर उनकी मनोकामनाओ की पूर्ति भी शीघ्र करते हैं। इसके अतिरिक्त भगवान् बजरंगबली को समर्पित हर मंद्गाल्वार व शनिवार को भी इस मंदिर में भक्तों की खासा भीड़ होती है.

अन्य दर्शनीय स्थल:
भक्तों, यदि आप ""टेकरी हनुमान मंदिर"" गुना-मध्य प्रदेश की यात्रा करने की योजना बना रहे हैं तो इस मंदिर के अतिरिक्त गुना के आस पास अन्य दर्शनीय मंदिर भी हैं जहाँ आप दर्शन करने जा सकते हैं, गुना से लगभग 8 किलोमीटर की दूरी पर ""२० भुजा मंदिर"" है। इस मंदिर में माँ शक्ति की २० भुजा वाली मूर्ति के दर्शन होते हैं, तथा लगभग 28 किलोमीटर दूर ""केदार नाथ मंदिर"" है, ये भगवान शिव का बहुत प्राचीन मंदिर है। अतः आप यहाँ भी दर्शन कर सकते हैं। इनके अतिरिक्त अन्य कई मंदिर हैं जिनको अपनी यात्रा योजना में शामिल कर इसे और भी आनंदमय बना सकते हैं.

श्रेय:
लेखक - याचना अवस्थी

Disclaimer: यहाँ मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहाँ यह बताना जरूरी है कि तिलक किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

#devotional #hinduism #hanumantekrimandir #jaishriram #madhyapradesh #tilak #travel #vlogs

Комментарии

Информация по комментариям в разработке