Kedaar Bachha (Pauranik Pandav Gatha || Kunwar Singh Rana || Bahadur Singh(Sitlaan) || Pankaj Bharti

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New Pahari Latest Song 2021

Song - Kedaar bachha bhag 2
Pauranik Pandav Gatha
Singer- Kunwar Singh Rana
Music director- Pankaj Bharti
thanks- Bahadur Singh Chauhan (Sitlaan)
Khajaj Rana
New Pahari Latest Song 2021

Song - Kedaar bachha bhag 2
Pauranik Pandav Gatha
Singer- Kunwar Singh Rana
Music director- Pankaj Bharti
thanks- Bahadur Singh Chauhan (Sitlaan)
Khajaj Rana
केदार बांछा एक पौराणिक गीत
गीतकार/गायक:- कुंवर सिंह राणा जी
संगीतकार:- पंकज भारती
निवेदक:- समस्त ग्रामवासी-लोहारी
केदार बाछा एक पौराणिक गाथा है इसको हमारे पूर्वजों बड़े बूढ़ों ने कौरव, पांडव की उत्पत्ति से लेकर महाभारत युद्ध की समाप्ति तक तथा केदार बांछा की उत्पत्ति व केदार तीर्थ की स्थापना तक एक गीत के रूप में पंक्तिबंद किया है |
केदार बाछा गीत को जौनसार-बाबर के प्रत्येक गांव में दीपावली के अवसर पर प्रात काल की बेला में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ गाया बजाया जाता है |
केदार बांछा संपूर्ण जौनसार बावर क्षेत्र में गाया जाने वाला पांडव कौरव की शौर्य गाथा पर आधारित एक पौराणिक धार्मिक महत्व का गीत इस धार्मिक गीत का गायन जौनसार बावर के प्रत्येक गांव में दीपावली के शुभ अवसर पर प्रातः काल में हल्की हल्की चमचमाती सूर्य की किरणों के साथ किया जाता है
वयोवृद्धों के कथानुसार इस गीत में दर्शाया गया है कि जब महाबली भीम ने क्रोध आवेश में आकर धर्म युद्ध के नियमों का उल्लंघन किया तो भीम कुष्ठ रोग से ग्रसित हो जाते हैं |
जिसका निवारण मामा नारायण अर्थात श्री कृष्ण की युक्ति अनुसार केदार बांछा के स्नान के उपरांत संभव था |
इस धार्मिक गीत में महाबली भीम को केदार बांछा का पीछा करते हुए दर्शाया गया है |
अंत मे वर्तमान केदारनाथ नामक तीर्थ स्थल पर भीम केदार बांछा की पूछ का स्नान करके कुष्ट रोग से मुक्त हो जाते हैं |
किंतु अथक प्रयास करने के बाद भीम को केदार रूपी बछड़े के मुख दर्शन नहीं हो पाए |
वयोवृद्धों के अनुसार केदार रूपी बछड़े के मुख भग की पूजा आज हिमालय की गोद में बसे मनोरम देश नेपाल में पशुपति नाथ के रूप में की जाती है |
जबकि केदार रूपी बछड़े के प्रष्ठ भाग की पूजा उत्तराखंड में भगवान केदारनाथ के रूप में की जाती है

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