in this video I am explaining about how to arguing a case before the court of law.
इस वीडियो में यह बताया जा रहा है कि किस तरह कोर्ट के समक्ष मामले में आर्गुमेंट किया जा सकता है, यह वीडियो लॉयर्स, एडवोकेट ,law फ्रेटरनिटी से जुड़े हुए सभी लोगों को समाज के लिए उपयोगी है, वीडियो को सभी अंत तक देखिए।
यह वीडियो एक प्रकार से प्रैक्टिकल एक्सपीरियंस में क्या-क्या आना चाहिए, जिससे अधिवक्ता अपना मामला न्यायालय में विन कर सके, यह वीडियो प्रैक्टिकल एक्सपीरियंस से संबंधित है।
एडवोकेट वकील को हर मामले के मामले में गुणदोष एविडेंस होने के बाद भैंस के संबंध में बहुत सारी बातें मालूम होनी चाहिए जितने अच्छे से vakil मामले की तैयारी कर सकता है, अपनी बात या तर्क रख सकता है, उसे पूरी तैयारी के साथ अरगुमेंट्स को न्यायालय के समक्ष रखना चाहिए।
एग्रीमेंट ड्राफ्ट करना उसे आना चाहिए, इसके लिए लॉयर इनबॉक्स एक टूल है ,जिसका उपयोग कर सकते हैं वकालत में वकील को बहस या आर्गुमेंट न्यायालय के समक्ष कैसे रखना है ,कैस की तैयारी नए सिरी से अच्छे से करना चाहिए ,क्लाइंट से मामले को अच्छी तरीके से समझे, अंडरस्टैंडिंग हो जरूरत पड़े तो वॉइस रिकॉर्ड में करके रख सकते हैं
न्यू वकील अपनी वकालत को इस तरह बढ़ा सकते हैं किसी भी न्यायाधीश के सामने डाइस पर जाने से पहले क्लाइंट की हर बात उसके दिमाग में होनी चाहिए, कई बार फ्यूचर में कौन से प्रश्न जज उनसे पूछ सकता है ,इस हिसाब से तैयारी होना चाहिए।
बेसिक रिसर्च मामले की की जानी चाहिए, जिसमें मामले कौन से तथ्य हैं, उस पर कौन सा लॉ अप्लाई होता है ,हर केस को बार-बार रीड करें, इतना ज्यादा अच्छे से तैयार करेंगे गूगल या सर्च इंजन में कैसे संबंधित हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट की कैसे लॉ को पढ़कर निकालना है ।कौन सा मामला आपके मामले में लागू होता है सारी बातें रिसर्च से वकील को जानना चाहिए।
प्रिपेयर योरसेल्फ की प्रोफाइल की जाने से पहले सारी चीज plaint ,रिटर्न स्टेटमेंट, इशू ,एविडेंस को पूरा पढ़ें। तैयारी के साथ न्यायाधीश के सामने कोर्ट में जाए।
क्रिमिनल केस तैयारी करने के लिए इन और आउट पता रहना चाहिए। मामले की प्रथम सूचना रिपोर्ट क्या है, चार्ज शीट क्या है धारा 161 ,164 CRPC की बयान क्या है इनकी सिनॉप्सिस बनाएं, जिसमें तारीख डेट पार्टिकुलर पेज नंबर के साथ इंडेक्स के साथ रखें जिससेआर्गुमेंट में आसानी होगी।
इसके अलावा हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के समक्ष जब भी अधिवक्ता को उपस्थित होक अरगुमेंट karna तो वहां की कैस लॉस प्रिपेयर करें ,कोर्ट में अपर होने के पहले शीशे के सामने कई बार रिहर्सल करें। नई वकीलों को लोगों पर कॉन्फिडेंस लाने के लिए अपने आप को बिल्ड अप करें रिवीजन करते रहें, कैसे रिवाइस करते हैं ,येक्राइम सीन क्रिएट कर सकते हैं इमेजिनेशन करें कि आप बहस कैसे करें।
आपकी प्रिपरेशन जब अच्छी होगी ,रिसर्च, प्रिपरेशन, ड्राफ्टिंग क्या हैं ।
जज का ईगो हर्ट मत कीजिए, कोई चीज छुपाइए मत ।कोर्ट के सामने सारी बात सही रखें, कोर्ट में फैक्ट्स,लॉ क्या है उन्हें कन्वेंस करें जजमेंट की प्रॉपर कॉपी निकाल कर ले जाएं हाईलाइट करने बड़ी-बड़ी फीलिंग देखकर मामले को ऐड जॉन ना होने दें ,उसे सिंपलीफाई करें वॉइस का माड्यूलेशन करें आवाज अच्छे से प्रभावित करें जिससे जज को जज क्या चाह रहे हैं इसको जाने ऑब्जर्व कीजिए कोर्ट में बैठी है माइंडसेट जज का आपको जानना जरूरी है। मैटर से रिलेटेड पहले उन्होंने किस तरह का फैसला दिया है। कभी भी जज का ईगो हर्ट न करें।
इस का अरगुमेंट होने के बाद न्यायालय को यह जरूर बता दें कि यदि उनके पक्ष में कोई आर्डर या आदेश नहीं दिया गया तो उन्हें क्या नुकसान होगा, क्या-क्या क्षति हो सकती है,
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