प्रेम को बरकरार रखीए,, पर अपने आत्मसम्मान से बढ़कर कुछ नहीं होता।। हर जगह झूकना आपकी कमजोरी होगी।।

Описание к видео प्रेम को बरकरार रखीए,, पर अपने आत्मसम्मान से बढ़कर कुछ नहीं होता।। हर जगह झूकना आपकी कमजोरी होगी।।

जहा झूकना है, वहा झूकना है,, पर हर जगह नहीं।। हाँ झूकना है जहा प्रेम का बहाव हो।। एक दूसरे का सम्मान हो,, समर्पण हो।। वही झूकना चाहिए जो आपके अंत:करण को समझ पाए।। अन्यथा सब व्यर्थ है।। और ज्ञानी को ये सब कुछ बडी़ आशानी से समझ आता है।।🙏🏾🕉💕💃

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