पांच छोटे बच्चों को भगवान् के भरोसे छोड़ना, जिनकी आयु 12, 8, 7, 6 और 3 थी, कोई मज़ाक नहीं था। |

Описание к видео पांच छोटे बच्चों को भगवान् के भरोसे छोड़ना, जिनकी आयु 12, 8, 7, 6 और 3 थी, कोई मज़ाक नहीं था। |

पांच छोटे बच्चों को भगवान् के भरोसे छोड़ना, जिनकी आयु 12, 8, 7, 6 और 3 थी, कोई मज़ाक नहीं था। |
#bk #bkanubhav #bkmeditation #bkstories #bramhababa #bramhakumaris #hindistories #lessonablestory #motivationalstories #shivbabakimadhurvaani

'आदि रत्न'
-- इस पुस्तक में आज हमने पढ़ा है --
दादी पुष्पशान्ता की चौथे नंबर की संतान (सुपुत्री) 'माता विष्णु प्रिया' के नाम से अपने मठ में जानी जाती हैं। वे अपनी माता पुष्पशान्ता के प्रति हार्दिक भावनायें इस प्रकार व्यक्त करती हैं -
पीछे मुड़कर कभी भी नहीं देखा
        आज 80 साल की आयु में स्मृति को उस समय की ओर ले जा रही हूँ जब मैं छह वर्ष की थी ।

चैनल को सब्सक्राइब अवश्य करें ओम शांति 🇲🇰🙏.

Song & Music Credit by
Music Godlywood
Godlywood Music
Godlywood Studio
Song - Pana tha jo pa liya
bk song

Комментарии

Информация по комментариям в разработке