Health & Nutrition Support Program
Implemented by
Tulsidas Shiksha Evam Vikash Samiti Sodh Sansthan
Chitrakoot U.P.
Supported by “ Dabur India Limited”
Web- www.tulsidasngo.com
तुलसीदास संस्थान सामाजिक विकास, शिक्षा और सम्पूर्ण विकाश के लिए काम करता है । स्वास्थ्य एवं पोषण के अंतर्गत गरीब बस्तियों, सामाजिक समुदाय और खासकर स्कूली बच्चो को अलग से पोषण शिक्षा गतिविधियों में खाना पकाने की कक्षाएं, सम्पूर्ण संतुलित आहार कैसे शामिल हा ?े,भोजन तैयारी प्रदर्शन, नाटक, पैनल चर्चा, योजना और/या मेनू का मूल्यांकन, भोजन चखने के सत्र, प्रश्न और उत्तर सत्र, बागवानी, शारीरिक फिटनेस कार्यक्रम, आदि को करते रहते है प् संस्थान स्वास्थ एवं पोषण सहायता कार्यक्रम करके पिछले 5 वर्षाे से निरंतर जागरूकता कार्यक्रम करता रहा है। गरीब मलिन बस्ती, सामाजिक समुदाय तथा विशेषकर स्कूली बच्चो को जिससे उनका मानसिक स्तर उच्च रहे और उनकी पढ़ने और समझने की शक्ति में बृद्धि हो , स्वास्थ एवं पोषण सहायता कार्यक्रम के तहत संतुलित आहार कैसे प्राप्त करे और एक व्यक्ति कैसे स्वस्थ रहे और स्वस्थ रहने के लिए कितनी मात्रा में कौन सा तत्व शरीर के लिए आवश्यक है , जनसेपकंे संगठन सामाजिक विकास ,शिक्षा और सम्पूर्ण विकाश के लिए काम करता है , यह प्रतिमाह संस्थान द्वारा जागरूकता कार्यक्रम के तहत दिया जाता है , वर्ष 2022 -23 में डाबर इंडिया और कई दानकर्ताओं के द्वारा सहायता से हम सभी प्रकार की पोषण युक्त चीजे देकर उनको जागरूक करते है अब तक हमने चित्रकूट जिले में लगभग 2000 से 5000 तक सामाजिक समुदाय और यथा गरीब मलिन बस्ती और खासकर जिले मुख्य स्कूलों और ग्रामीण अंचलों में स्थित विद्यालयों में पोषण सामग्री वितरित कर उनको स्वास्थ जागरूकता के प्रति जागरूक करते आ रहे है । प्रत्येक व्यक्ति को स्वस्थ एवं फिट रहना चाहिए , इसी उददेस्य के तहत सरकारों द्वारा भी समय समय पर सहायता आदि कार्यक्रम होते रहते है तुलसीदास संस्थान भी उन सभी कार्यक्रमों में लगातार भाग लेता रहता है, और अपने माध्यम से कैसे सामाजिक समुदायों मे भाग लेता रहते है। स्थानीय सरकारों से मदद लेना , निम्न-आय वाले क्षेत्रों में स्वस्थ खाद्य पदार्थों तक बेहतर पहुंच प्रदान करने हेतु स्थानीय सरकारों से मदद लेना , स्थानीय खाद्य वातावरण को बदलने के लिए ज़ोनिंग कानूनों का उपयोग करना, रेस्तरां में मेनू लेबलिंग की आवश्यकता, सरकारी सुविधाओं पर स्वस्थ भोजन की पेशकश करके सामुदायिक परिवर्तन के लिए उत्प्रेरक के रूप में कार्य करना। खासकर चित्रकूट के सरकारी अस्पतालों में रोगी की खान-पान की आदतों को ध्यान में रखते हुए आहार की योजना बनाकर उनको स्वस्थ आहार के प्रति जागरूक करना साथ ही पोषण सहायता उपलब्ध करवाना जिससे रोग की स्थिति को सुधारने और नियंत्रण में रखने के लिए वर्तमान आहार में परिवर्तन करें। पोषण संबंधी कमियों का सुधार. पुरानी बीमारियों के मामले में अल्पकालिक और दीर्घकालिक जटिलताओं की रोकथाम के तहत हम अपनी पोषण-संबंधी गतिविधियों में नवीनता ला सकते है. त्तीय वर्ष के दौरान पोषण संबंधी मुद्दों के समाधान के लिए हमने समय समय पर चित्रकूट जिले में लगभग 5000 तक सामाजिक समुदाय, 50 स्कूलों में स्वस्थ एवं पोषण कार्यक्रम करते रहे है , तुलसीदास संसथान अपनी जिले में गरीब मलिन बस्ती, सामाजिक समुदाय , खासकर चित्रकूट जिले के मुख्य स्कूलों और ग्रामीण अंचलों में स्थित विद्यालयों में पोषण सामग्री वितरित कर उनको स्वास्थ जागरूकता के प्रति जागरूक करते आ रहे है । तुलसीदास संस्थान कौशल विकाश युक्त शिक्षा तथा ग्रामीण गरीबों के बीच में स्वास्थ एवं पोषण सहायता कार्यक्रम और हमारा समाज कुपोषण से कैसे मुक्त रहे, ऐसा पिछले ५ वर्षाे से निरंतर जागरूकता कार्यक्रम करता रहा है , स्वास्थ्य एवं पोषण कार्यक्रम के अंतर्गत संसथान का उद्देस्य एकदम स्पस्ट है की गरीब बस्तियों, सामाजिक समुदाय और खासकर स्कूली बच्चो को अलग से पोषण शिक्षा गतिविधियों में खाना पकाने की कक्षाएं, जिसमे सम्पूर्ण संतुलित आहार कैसे शामिल हो, यह बात बताकर सभी को जागरूक किया जाता है । तुलसीदास संस्थान विशेषकर स्कूली बच्चो को जिससे उनका मानसिक स्तर उच्च रहे और उनकी पढ़ने और समझने की शक्ति में बृद्धि हो , स्वास्थ्य एवं पोषण सहायता कार्यक्रम के तहत संतुलित आहार कैसे प्राप्त करे और एक व्यक्ति कैसे स्वस्थ रहे और स्वस्थ रहने के लिए कितनी मात्रा में कौन सा तत्व शरीर के लिए आवश्यक है , यह जानकारी प्रतिमाह संस्थान द्वारा जागरूकता कार्यक्रम के तहत दिया जाता है , वर्ष 2022 -23 में डाबर इंडिया समेत और कई दानकर्ताओं के द्वारा पोषण सहायता से हम सभी प्रकार की पोषण युक्त चीजे देकर उनको जागरूक करते है अब तक हमने चित्रकूट जिले में लगभग 2000 से 5000 तक सामाजिक समुदाय और यथा गरीब मलिन बस्ती और खासकर जिले ५० से ऊपर स्कूल के कार्यक्रम कर चुके है। ग्रामीण अंचलों में स्थित विद्यालयों में पोषण सामग्री वितरित कर उनको स्वास्थ जागरूकता के प्रति जागरूक करते आ रहे है , अच्छे स्वस्थ्य और कुपोषण से कैसे बचे इससे सभी प्रकार के तरीके शामिल है , तुलसीदास संस्थान द्वारा विभिन्न्य कार्यक्रम आयोजित करके स्वस्थ भारत कुपोषित रहित भारत की संकल्पना को साकार करता है।
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