289 # बुद्ध तथा उनके सन्देश - हमारे तड़पाते दुखों कारण अविद्या है, तो फिर अविद्या क्या है ? 80

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बुद्ध ने जान लि या कि दु:ख स्कंध का मूल कारण अविद्या ही है।

बुद्ध ने कहा:--
‘‘अविद्या प्रत्यय (कारण) है संस्का रों का,
संस्का र प्रत्यय है विज्ञान का,
विज्ञान प्रत्यय है नाम-रूप का,
नाम-रूप प्रत्यय है षड़ायतन का,
षड़ायतन प्रत्यय है स्पर्श का,
स्पर्श प्रत्यय है वेद ना का,
वेदना प्रत्यय है तृष्णा का,
तृष्णा प्रत्यय है उपादान का,
उपादान प्रत्यय है भव का,
भव प्रत्यय है जन्म का,
जन्म प्रत्यय है जरा, रोग, मृत्यु, शोक, परिताप, पीड़ा आदि का,
जो कि सब दु:ख ही है।’’

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