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Скачать или смотреть चंपारण का सफेद कपास: गांधीजी की पहली सत्याग्रह जीत कहानी |. Mahatma Gandhi story

  • Village Chaupal Vlogs
  • 2025-09-30
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चंपारण का सफेद कपास: गांधीजी की पहली सत्याग्रह जीत कहानी |. Mahatma Gandhi story
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Описание к видео चंपारण का सफेद कपास: गांधीजी की पहली सत्याग्रह जीत कहानी |. Mahatma Gandhi story

चंपारण सत्याग्रह की पूरी कहानी
शीर्षक: चंपारण का सफेद कपास: गांधीजी की पहली सत्याग्रह जीत
कहानी:
1917 में बिहार के चंपारण जिले में किसान गहरे संकट में थे। अंग्रेज जमींदारों ने किसानों को मजबूर किया कि वे अपनी जमीन पर नील की खेती करें, जिससे नीला रंग बनता था। नील की खेती से किसानों को कोई लाभ नहीं होता था, क्योंकि अंग्रेज उन्हें बहुत कम कीमत देते थे। साथ ही, "तीनकठिया" नियम के तहत किसानों को अपनी जमीन का एक हिस्सा नील के लिए देना पड़ता था, चाहे वे कितने ही गरीब क्यों न हों। किसानों की हालत इतनी खराब थी कि वे भूखे मर रहे थे, फिर भी अंग्रेजों का शोषण जारी था।
इसी दौरान, एक स्थानीय किसान राजकुमार शुक्ल ने महात्मा गांधी को चंपारण आने का न्योता दिया। गांधीजी उस समय दक्षिण अफ्रीका से लौटे थे और अहिंसा के रास्ते पर चल रहे थे। राजकुमार ने गांधीजी को किसानों की दयनीय स्थिति बताई। गांधीजी ने 1917 में चंपारण का दौरा किया। वहाँ पहुँचकर उन्होंने देखा कि किसान डर और गरीबी में जी रहे थे।
गांधीजी ने सबसे पहले किसानों से मुलाकात की और उनकी समस्याएँ सुनीं। उन्होंने गाँव-गाँव जाकर हजारों किसानों के बयान दर्ज किए। यह काम आसान नहीं था, क्योंकि अंग्रेज सरकार और जमींदारों ने उन्हें रोकने की कोशिश की। एक बार तो पुलिस ने गांधीजी को चंपारण छोड़ने का आदेश दिया। लेकिन गांधीजी ने अहिंसक तरीके से विरोध किया और कहा, "मैं किसानों की मदद के लिए आया हूँ, और यहाँ से नहीं जाऊँगा।" उनकी हिम्मत देखकर अंग्रेज सरकार को पीछे हटना पड़ा।
गांधीजी ने चंपारण में सत्याग्रह शुरू किया। उन्होंने किसानों को एकजुट किया और शांतिपूर्ण विरोध का रास्ता दिखाया। उनकी मेहनत रंग लाई। अंग्रेज सरकार को मजबूर होकर एक जांच समिति बनानी पड़ी। इस समिति में गांधीजी भी शामिल थे। जांच के बाद, सरकार ने "तीनकठिया" नियम खत्म कर दिया और किसानों को नील की खेती से मुक्ति दी। किसानों को अब अपनी जमीन पर अपनी पसंद की फसल उगाने की आजादी मिली।
चंपारण सत्याग्रह गांधीजी की भारत में पहली बड़ी जीत थी। इसने न केवल किसानों को न्याय दिलाया, बल्कि पूरे देश को दिखाया कि अहिंसा और सत्य के रास्ते से भी आजादी की लड़ाई लड़ी जा सकती है।
Description:
चंपारण सत्याग्रह की यह कहानी बच्चों को सिखाती है कि हिम्मत और अहिंसा से अन्याय को हराया जा सकता है। गांधीजी ने किसानों को कैसे आजादी दिलाई, जानिए इस प्रेरणादायक कहानी में! 🌾 #GandhiJi #ChamparanSatayagraha
Tags:
#MahatmaGandhi #ChamparanSatayagraha #HindiKahani Stories #InspirationalStory #FreedomFighter #Ahimsa #MoralStories

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