काल निरंजन इसी सबद मे जीव को फसाया है//जो जान लेता है जीते जी मुक्त हो जाता है /सत्यप्रिय दास

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काल स्वरूप सबद ,आत्म स्वरूप सबद ,जीवन मुक्त स्वरूप सबद का वर्णन
एक एक बात जानने को प्राप्त होगा
लेकिन पुरा जरूर सुनना होगा
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