तबाही रो मंजर काव्य - वि.सं. 2063 बाड़मेर में आई बाढ रो वरणाव

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श्री भोपाराम ढाढी द्वारा प्रस्तुत , श्री गणेश वंदना भी जरूर सुने,धन्यवाद ::--👇👇👇👇    • *गणेश वंदना व बाङमेर बाढ वरणाव कवि भो...  

श्री भोपाराम ढाढी द्वारा प्रस्तुत एक भजन भी जरूर सुने,धन्यवाद ::--👇👇👇👇
   • शशिधर वाम काम रिपुशंकर हर रख लाज हमार...  

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