बन बन के सहारे टूटते है (गुरुदेव मुजे केवल आपका ही प्यार चाहिए) श्री सुरेशानंदजी ध्यान।

Описание к видео बन बन के सहारे टूटते है (गुरुदेव मुजे केवल आपका ही प्यार चाहिए) श्री सुरेशानंदजी ध्यान।

जो जितना बाहर से शांत होता है उसकी यात्रा उतनी ही गहरी होती जाती है भीतर बी ।

ओर भीतर जितना ऊंचा होते है बाहिय जीवन मे बी उतनी ऊंचाई प्राप्त होती है ।

गुरुदेव मुजे तो केवल आपका प्यार चाहिए ।

पपीहे को है मतलब ही क्या इन नदियों और तालाबों से ।

पूज्य बापूजी के मंगलमय दर्शन

🌹 मेरे दिल मे तुमने जो कुछ कर दिया है ।
जहर की जगह अमृत भर दिया है ।।

🌹 तुम्हे क्या बताऊँ कि तुम मेरे क्या हो ।
मेरी जिंदगी का तुम्ही आसरा हो ।।

🌹 तुम्ही ने बनाया ये जीवन हमारा ।
गुरुदेव मुझको देना सहारा ।।

🌹 ये माना कि दाता है तू हर जहां का ।
मगर झोली आगे फैलाऊँ तो कैसे ।।

🌹 जो पहेले दिया है वो ही कम नहीं है ।
उसे ही उठाने के काबिल नहीं हूं ।।

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