Logo video2dn
  • Сохранить видео с ютуба
  • Категории
    • Музыка
    • Кино и Анимация
    • Автомобили
    • Животные
    • Спорт
    • Путешествия
    • Игры
    • Люди и Блоги
    • Юмор
    • Развлечения
    • Новости и Политика
    • Howto и Стиль
    • Diy своими руками
    • Образование
    • Наука и Технологии
    • Некоммерческие Организации
  • О сайте

Скачать или смотреть पट्टे की परिभाषा || आवश्यक तत्व || पट्टा करने की प्रक्रिया || सम्पत्ति अन्तरण अधिनियम 1882 || Tpa

  • The Legal
  • 2024-10-12
  • 1040
पट्टे की परिभाषा || आवश्यक तत्व || पट्टा करने की प्रक्रिया || सम्पत्ति अन्तरण अधिनियम 1882 || Tpa
पट्टापट्टे की परिभाषापट्टे के आवश्यक तत्वपट्टा करने की प्रक्रियाleaseपट्टेदारपट्टाकर्ताप्रीमियमLessorLesseetransfer of property actसम्पत्ति अन्तरण अधिनियम 1882transfer of propertythe legalthe legal 1k
  • ok logo

Скачать पट्टे की परिभाषा || आवश्यक तत्व || पट्टा करने की प्रक्रिया || सम्पत्ति अन्तरण अधिनियम 1882 || Tpa бесплатно в качестве 4к (2к / 1080p)

У нас вы можете скачать бесплатно पट्टे की परिभाषा || आवश्यक तत्व || पट्टा करने की प्रक्रिया || सम्पत्ति अन्तरण अधिनियम 1882 || Tpa или посмотреть видео с ютуба в максимальном доступном качестве.

Для скачивания выберите вариант из формы ниже:

  • Информация по загрузке:

Cкачать музыку पट्टे की परिभाषा || आवश्यक तत्व || पट्टा करने की प्रक्रिया || सम्पत्ति अन्तरण अधिनियम 1882 || Tpa бесплатно в формате MP3:

Если иконки загрузки не отобразились, ПОЖАЛУЙСТА, НАЖМИТЕ ЗДЕСЬ или обновите страницу
Если у вас возникли трудности с загрузкой, пожалуйста, свяжитесь с нами по контактам, указанным в нижней части страницы.
Спасибо за использование сервиса video2dn.com

Описание к видео पट्टे की परिभाषा || आवश्यक तत्व || पट्टा करने की प्रक्रिया || सम्पत्ति अन्तरण अधिनियम 1882 || Tpa

पट्टे की परिभाषा || आवश्यक तत्व || पट्टा करने की प्रक्रिया || सम्पत्ति अन्तरण अधिनियम 1882 || Tpa

#पट्टा
#पट्टेकीपरिभाषा
#पट्टेकेआवश्यकतत्व
#पट्टाकरनेकीप्रक्रिया
#lease
#पट्टेदार
#पट्टाकर्ता
#प्रीमियम
#Lessor
#Lessee
#transferofpropertyact
#सम्पत्तिअन्तरणअधिनियम1882
#transferofproperty
#thelegal
#thelegal1k


https://drive.google.com/file/d/1KWre...


प्रश्न: पट्टे की परिभाषा दीजिये तथा इसके आवश्यक तत्वों को स्पष्ट कीजिये। पट्टे कैसे किये जाते हैं ?

उत्तर: पट्टे की परिभाषा (Definition of Lease) – धारा 105 के अनुसार, “अचल सम्पत्ति का पट्टा ऐसी सम्पत्ति का उपभोग करने के अधिकार का ऐसा अन्तरण है, जो एक स्पष्ट समय के लिये या सदैव के लिये किसी कीमत के जो, दी गई हो या जिसे देने का वायदा किया गया हो अथवा धन या फसलों के अंश या सेवा या किसी अन्य मूल्यवान वस्तु के, जो कालावधीय (Periodically) रूप से था निर्दिष्ट अवसरों पर अन्तरिती द्वारा, जो उस अन्तरण को ऐसी शर्तों पर स्वीकार करता है, अन्तरणकर्ता को दी गई या दी जानी है, प्रतिफल के रूप में किया या दिया गया हो। यहाँ अन्तरणकर्ता पट्टाकर्ता (Lessor) तथा अन्तरिती पट्टेदार (Lessee) कहलाता है, कीमत (Price) प्रीमियम कहलाती है।“

सामण्ड के अनुसार, “एक पट्टा अपने साधारण अर्थ में, इस प्रकार का विल्लघंम (Encumberance) है जो कब्जे के अधिकार में निहित है और किसी दूसरे व्यक्ति के स्वामित्व की सम्पत्ति को उपयोग में लाना आवश्यक तत्व है। यह स्वामित्व और कब्जा के साधिकार पृथक्करण है।“ स्पष्ट है कि, पट्टा केवल संविदा मात्र नहीं है बल्कि यह भूमि के हित (Interest) का अन्तरण करता है। इस प्रकार यह पट्टेदार को लोकलक्षी अधिकार (Right-in-rem) प्रदान करता है।

उपरोक्त वर्णन के आधार पर हम कह सकते हैं कि पट्टा अचल सम्पत्ति के उपभोग के अधिकार का एक अन्तरण है जो एक निश्चित समय तक के लिये एक परिदत्त (Paid) मूल्य और प्रतिज्ञाकृत (Promised) मूल्य के प्रतिफल के स्वरूप किया जाता है। धारा- 108 के अधीन पट्टाधारी को यह अधिकार है कि, उसे भूमि का कब्जा प्राप्त हो जाये। इस प्रकार पट्टा भूमि के उपभोग के अधिकार का अन्तरण है। जिस हित का अन्तरण किया जाता है उसे पट्टाधारित हित (Leasehold Interest) कहा जाता है। पट्टाकर्ता पट्टे की अवधि तक के लिये पट्टे की सम्पत्ति में उपभोग के हित को पट्टाधारी के पक्ष में छोड़ देता है।

• पट्टे के आवश्यक तत्व (Essentials of Lease) –
धारा 105 के अनुसार, पट्टे के तत्वों को पाँच पी (P) द्वारा प्रकट किया जा सकता है-

1. पक्षकार (Parties) – पट्टे के पक्षकार अर्थात् पट्टाकर्त्ता (Lessor) और पट्टाधारी (Lessee) में पट्टा करने की क्षमता होनी चाहिये। पट्टा एक वैध संविदा होता है। अतः संविदा अधिनियम में वर्णित सभी क्षमतायें पक्षों में होनी चाहियें। एक नाबालिग पट्टा करने में सक्षम नहीं है क्योंकि, पट्टे के अधीन कुछ शर्तें ऐसी होती हैं जिनको नाबालिग के विरुद्ध पूरा नहीं कराया जा सकता ।

2. सम्पत्ति (Property)- पट्टा केवल ऐसी अचल सम्पत्ति का किया जाता है, जिसे उपभोग में लाया जा सके, जिस पर कब्जा स्थापित किया जा सके तथा जो नष्टवान प्रकृति की न हो। अतः पट्टाधारी को पट्टे में दी जाने वाली सम्पत्ति पर काबिज होना आवश्यक है।

3. आंशिक अन्तरण (Partial Transfer)- पट्टे के अन्तर्गत सम्पत्ति का आंशिक हस्तान्तरण होता है, क्योंकि, यह पूर्ण स्वामित्व का नहीं, बल्कि सीमित स्वामित्व का अन्तरण है। अतः पट्टे के अन्तर्गत केवल सम्पत्ति के उपभोग के अधिकार (Right to Enjoy) का अन्तरण होता है।
4. प्रतिफल (Premium) – एक वैद्य पट्टे के लिये प्रतिफल का होना आवश्यक है जो एक पक्ष द्वारा सम्पत्ति के उपयोग के बदले में नियमित रूप से दूसरे पक्ष को दिया जाना चाहिये। धारा- 105 के अनुसार, यदि अचल सम्पत्ति का पट्टा फसल के हिस्से के प्रतिफल के लिये किया जाता है तो प्रतिफल या तो अधिमूल्य (Premium) होता है या किराया, या अधिमूल्य और किराया दोनों।
5. अवधि (Period) – पट्टे में अवधि बहुत ही प्रमुख तत्व है। पट्टा किसी निश्चित अवधि के लिये किया जाना चाहिये। अतः पट्टे के दस्तावेज में यह स्पष्ट रूप से वर्णित होना चाहिये कि, पट्टा कब से शुरू होकर कब खत्म होगा।
आशुतोष बनाम चन्दीचरण 1982,
इस वाद में यह निर्धारित किया गया कि, यदि पट्टे के दस्तावेज में कोई निश्चित अवधि नहीं दी गई है तो वह पट्टाधारी के जीवन काल तक ही वैध माना जायेगा।
• पट्टे कैसे किये जाते हैं ? (How leases are made ?) –
धारा 107 के अनुसार-
1. अचल सम्पत्ति का पट्टा जो वर्षानुवर्ष (yearly) हो या एक वर्ष से अधिक किसी भी अवधि का हो, केवल रजिस्टर्ड दस्तावेज द्वारा ही किया जा सकता है। 2. अचल सम्पत्ति के अन्य सभी पट्टे जो एक वर्ष के लिये हों या इससे कम अवधि के लिये हों,
(i) रजिस्टर्ड दस्तावेज द्वारा, या
(ii) मौखिक करार द्वारा, जिसके साथ पट्टे की सम्पत्ति का परिदान भी हो, किये जा सकते हैं।

3. किसी भी अचल सम्पत्ति का पट्टा यदि वह रजिस्टर्ड लिखित द्वारा किया गया हो तो वह लिखत या यदि एक से अधिक लिखत हों तो प्रत्येक लिखत (दस्तावेज) पट्टाकर्त्ता और पट्टेदार दोनों निष्पादित की जायेंगी।

परन्तु धारा- 107 के परन्तुक का कहना है कि राज्य सरकार

समय-समय पर शासकीय-पत्र में प्रकाशित करके यह आदेश दे सकती है कि अचल सम्पत्ति के पट्टे जो वर्षानुवर्ष न हों या एक वर्ष की अवधि से अधिक समय के लिये न किये गये हों या जिनमें वार्षिक भाटक आरक्षित न हो, बिना रजिस्टर्ड दस्तावेज के या केवल मौखिक करार द्वारा बिना कब्जे के परिदान द्वारा किये जा सकते हैं।

Комментарии

Информация по комментариям в разработке

Похожие видео

  • О нас
  • Контакты
  • Отказ от ответственности - Disclaimer
  • Условия использования сайта - TOS
  • Политика конфиденциальности

video2dn Copyright © 2023 - 2025

Контакты для правообладателей [email protected]