त्रिभुवन पति की देख उदारता | सुदामा के अर्पित चावल | श्री कृष्णा | गीत संवाद

Описание к видео त्रिभुवन पति की देख उदारता | सुदामा के अर्पित चावल | श्री कृष्णा | गीत संवाद

"भक्त को भगवान से और जिज्ञासु को ज्ञान से जोड़ने वाला एक अनोखा अनुभव। तिलक प्रस्तुत करते हैं दिव्य भूमि भारत के प्रसिद्ध धार्मिक स्थानों के अलौकिक दर्शन। दिव्य स्थलों की तीर्थ यात्रा और संपूर्ण भागवत दर्शन का आनंद। दर्शन दो भगवान!

Watch the video song of 'Darshan Do Bhagwaan' here -    • दर्शन दो भगवान | Darshan Do Bhagwaan ...  

द्वापर युग में भगवान विष्णु के आठवें अवतार के रूप में जन्मे श्रीकृष्ण की लीलायें व उनके द्वारा महाभारत युद्ध में अर्जुन को दिये गये उपदेश, जिन्हें ऋषि वेद व्यास जी ने श्रीमद् भगवद् गीता के रूप में संस्कृत भाषा में संकलित किया था, जिसकी लोकप्रियता विश्वविख्यात है। उन लीलाओं और उपदेशों के भावों को सरल भाषा में गीत-संगीत के माध्यम से और सशक्त बना जन-मानस तक पहुँचाने के लिए रामानंद सागर ने महान धारावाहिक श्रीकृष्णा का निर्माण किया। जिसके प्रसंगो को रविन्द्र जैन ने मधुर गीत-संगीत से लयवद्ध कर भावों की अभिव्यक्ति को आनन्दमय बना दिया। “तिलक” अपने इस नये संकलन “गीत-संवाद” में भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से जुड़े व श्रीमद् भगवद् गीता के अनेक काव्यबद्ध प्रसंगों को आपके समक्ष प्रस्तुत करेगा। भक्ति भाव से इनका आनन्द लीजिये और तिलक से जुड़े रहिये।

""श्री कृष्णा गीत-संवाद के इस प्रसंग में श्री कृष्ण से द्वारिका मिलने आए निर्धन सुदामा को श्री कृष्ण अपने अंतरपुर में ले जाकर अपने सिंहासन पर बिठाते है। वह सुदामा की दीन-दशा को देखकर करुणा से भर जाते है और अपनी आँखों से अश्रुओं और जल से सुदामा के पग धोते है। अपना इतना भव्य अभिषेक देख सुदामा भेंट के लाई हुई तंडुल की पोटली को छिपाने लगते है। गीत-संवाद के माध्यम से श्री कृष्ण द्वारा अपने निर्धन मित्र सुदामा का भव्य स्वागत करने का अति सुन्दर वर्णन किया गया है।
निज सिंहासन मित्र बिठाए
कृष्ण की महिमा कही न जाए
स्वयं निकट बैठे चरणन के
शब्द कहाँ तब यशवर्णन के""

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