Avtar Singh Sandhu 'Pash': क्रांतिकारी कवि पाश के लिए सबसे ज्यादा महान क्या था? | Alfaaz EP-43।Quint

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Alfaaz Latest: यदि देश की सुरक्षा यही होती है
कि बिना ज़मीर होना ज़िंदगी के लिए शर्त बन जाए
आँख की पुतली में हाँ के सिवाय कोई भी शब्द
अश्लील हो
हम तो देश को समझे थे आलिंगन-जैसे एक एहसास का नाम
हम तो देश को समझते थे काम-जैसा कोई नशा
हम तो देश को समझते थे कु़र्बानी-सी वफ़ा
लेकिन गर देश
आत्मा की बेगार का कोई कारख़ाना है
गर देश उल्लू बनने की प्रयोगशाला है
तो हमें उससे ख़तरा है
पाश

पंजाबी लेखक (Punjabi Writer) अवतार सिंह संधू 'पाश' (Avtar Singh Sandhu Pash), एक ऐसा कवि जो सरकारों के सामने सवाल उठाता रहा. हम एक ऐसे कवि की बात कर रहे हैं, जिसने पंद्रह साल की उम्र में पहली कविता लिखी, 19 साल की उम्र में पहली बार जेल गया और 38 साल की उम्र में खालिस्तानी आतंकवादियों (Khalistani Terrorist) ने उसे मौत के घाट उतार दिया. 9 सितंबर 1950 को पंजाब के जालंधर में जन्मे पाश अपने दौर में भी साहित्यकारों और आम अवाम के लाडले थे और वो आज भी साहित्यप्रेमियों, क्रांतिकारी किस्म की सोच रखने वाली आवाजों और असहमति का दम भरने वालों की यादों में जिंदा हैं. वो कवि आज भी हजारों-हजार कलमों-दवातों में ऊर्जा भरने का काम कर रहा है. पाश की कविताएं मौजूदा दौर में भी बगावत की जिंदा आवाज हैं.

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Avtar Singh Sandhu 'Pash', A poet who kept raising questions in front of the governments. We are talking about a poet who wrote his first poem at the age of fifteen, went to jail for the first time at the age of 19 and was killed by Khalistani terrorists at the age of 38. Born on September 9, 1950 in Jalandhar, Punjab, Pash was loved by litterateurs and common people even in his era and he is still alive in the memory of literary lovers, revolutionary-minded voices and those who stifle dissent. Even today that poet is working to fill thousands of pens and medicines with energy. Pash's poems are a living voice of rebellion even in the present times.

CHAPTERS-
01:00- परिचय
02:00- पाश और उनकी कविताओं के बारे में
05:00-पंजाबी लेखक पाश के बारे में JNU के रिटायर्ड हिंदी प्रोफेसर चमन लाल से क्विंट हिंदी की खास बातचीत- पाश आखिर पाश कैसे बन गए?
06:13- "सबसे खतरनाक होता है हमारे सपनों का मर जाना... " पाश ने ये कविता क्यों लिखी थी?
07:49- कुछ साल पहले पाश की कविताओं को NCERT किताबों से हटाने की मांग भी हुई...इस पर आपका क्या कहना है?
09:10- जो लोग पाश की कविता हटाने की मांग कर रहे हैं, उनके लिए आपका क्या कहना है?
10:38- मौजूदा वक्त के भारत में पाश की कितनी जरूरत है?

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