Logo video2dn
  • Сохранить видео с ютуба
  • Категории
    • Музыка
    • Кино и Анимация
    • Автомобили
    • Животные
    • Спорт
    • Путешествия
    • Игры
    • Люди и Блоги
    • Юмор
    • Развлечения
    • Новости и Политика
    • Howto и Стиль
    • Diy своими руками
    • Образование
    • Наука и Технологии
    • Некоммерческие Организации
  • О сайте

Скачать или смотреть सोतापन्न से अनागामी: क्रमिक साधना का पथ

  • Understanding Buddha's Teachings
  • 2025-08-25
  • 217
सोतापन्न से अनागामी: क्रमिक साधना का पथ
  • ok logo

Скачать सोतापन्न से अनागामी: क्रमिक साधना का पथ бесплатно в качестве 4к (2к / 1080p)

У нас вы можете скачать бесплатно सोतापन्न से अनागामी: क्रमिक साधना का पथ или посмотреть видео с ютуба в максимальном доступном качестве.

Для скачивания выберите вариант из формы ниже:

  • Информация по загрузке:

Cкачать музыку सोतापन्न से अनागामी: क्रमिक साधना का पथ бесплатно в формате MP3:

Если иконки загрузки не отобразились, ПОЖАЛУЙСТА, НАЖМИТЕ ЗДЕСЬ или обновите страницу
Если у вас возникли трудности с загрузкой, пожалуйста, свяжитесь с нами по контактам, указанным в нижней части страницы.
Спасибо за использование сервиса video2dn.com

Описание к видео सोतापन्न से अनागामी: क्रमिक साधना का पथ

१. सोतापन्न (Sotāpanna – धारा में प्रवेश करने वाला)

विशेषता:
सोतापन्न व्यक्ति ने तीन बन्धनों (saṃyojana) को तोड़ दिया होता है—

सक्कायदिट्ठि (sakkāya-diṭṭhi) – आत्मा या शाश्वत आत्मसत्ता का भ्रम।

विचिकिच्छा (vicikicchā) – बुद्ध, धम्म और संघ के प्रति संदेह।

शीलवत्तपरामास (sīlabbata-parāmāsa) – व्यर्थ कर्मकांड या नियमों में मोक्ष की खोज।

फल:
ऐसा व्यक्ति सात बार से अधिक संसार में उत्पन्न नहीं होगा, और निश्चित रूप से निर्वाण प्राप्त करेगा।

२. सकृदागामी (Sakadāgāmī – एक बार लौटने वाला)

विशेषता:
सोतापन्न से आगे बढ़कर, सकृदागामी ने कामराग (kāma-rāga) और व्यापाद (byāpāda) की जकड़न को बहुत कम कर दिया है।

कामराग = इन्द्रियों में लालसा, भोग की इच्छा।

व्यापाद = द्वेष, क्रोध, हानि की प्रवृत्ति।

फल:
ऐसा व्यक्ति केवल एक बार मानव या देव लोक में जन्म लेकर फिर मुक्ति प्राप्त करता है।

३. अनागामी (Anāgāmī – न लौटने वाला)

विशेषता:
सकृदागामी से आगे बढ़कर, अनागामी ने कामराग (kāma-rāga) और व्यापाद (byāpāda) को पूरी तरह नष्ट कर दिया है।
अब उसके लिए इन्द्रिय-लोक (कामलोक) में पुनर्जन्म असंभव हो जाता है।

फल:
अनागामी व्यक्ति केवल रूपलोक या अरूपलोक में जन्म ले सकता है, और वहीं से निर्वाण (अरहंतत्व) प्राप्त करता है।

चरण-दर-चरण यात्रा का सार

सोतापन्न: तीन बन्धनों का नाश। → सात जन्मों के भीतर मुक्ति।

सकृदागामी: काम और द्वेष का क्षीण होना। → एक बार मानव/देव लोक में जन्म।

अनागामी: काम और द्वेष का पूर्ण उन्मूलन। → अब केवल शुद्ध उच्च लोक, वहीं से मुक्ति।

Комментарии

Информация по комментариям в разработке

Похожие видео

  • О нас
  • Контакты
  • Отказ от ответственности - Disclaimer
  • Условия использования сайта - TOS
  • Политика конфиденциальности

video2dn Copyright © 2023 - 2025

Контакты для правообладателей [email protected]