Logo video2dn
  • Сохранить видео с ютуба
  • Категории
    • Музыка
    • Кино и Анимация
    • Автомобили
    • Животные
    • Спорт
    • Путешествия
    • Игры
    • Люди и Блоги
    • Юмор
    • Развлечения
    • Новости и Политика
    • Howto и Стиль
    • Diy своими руками
    • Образование
    • Наука и Технологии
    • Некоммерческие Организации
  • О сайте

Скачать или смотреть आखिर अर्जुन ने सिर्फ जयद्रथ से बदला क्यों लिया कर्ण दुर्योधन भी तो थे अर्जुन की प्रतिज्ञा व अभिमन्यु

  • Vishwaguru Bharatvarsh
  • 2022-09-25
  • 340
आखिर अर्जुन ने सिर्फ जयद्रथ से बदला क्यों लिया कर्ण दुर्योधन भी तो थे अर्जुन की प्रतिज्ञा व अभिमन्यु
आखिर अर्जुन ने सिर्फ जयद्रथ से बदला क्यों लियाजयद्रथ से बदला क्यों लिया कर्ण दुर्योधन भी तो थे अर्जुन की प्रतिज्ञाअभिमन्यु चक्रव्यूह जयद्रथ वधjayadrath kaise marajayadrath vadhjayadrath kaun thaमहाभारत मे अभीमन्यु का मरनाabhimanyu chakravyuh videoarjun kee pratigyachakravyuh mahabharatmahabharat chakravyuh in hindiभिमन्यु को दुर्योधन कर्ण आदि कौरव छल पूर्वक मार देते हैंकर्ण दुर्योधन का छलअभिमन्यु मृत्यु क्रोधित हुए अर्जुन के प्रतिज्ञाkrishnaram
  • ok logo

Скачать आखिर अर्जुन ने सिर्फ जयद्रथ से बदला क्यों लिया कर्ण दुर्योधन भी तो थे अर्जुन की प्रतिज्ञा व अभिमन्यु бесплатно в качестве 4к (2к / 1080p)

У нас вы можете скачать бесплатно आखिर अर्जुन ने सिर्फ जयद्रथ से बदला क्यों लिया कर्ण दुर्योधन भी तो थे अर्जुन की प्रतिज्ञा व अभिमन्यु или посмотреть видео с ютуба в максимальном доступном качестве.

Для скачивания выберите вариант из формы ниже:

  • Информация по загрузке:

Cкачать музыку आखिर अर्जुन ने सिर्फ जयद्रथ से बदला क्यों लिया कर्ण दुर्योधन भी तो थे अर्जुन की प्रतिज्ञा व अभिमन्यु бесплатно в формате MP3:

Если иконки загрузки не отобразились, ПОЖАЛУЙСТА, НАЖМИТЕ ЗДЕСЬ или обновите страницу
Если у вас возникли трудности с загрузкой, пожалуйста, свяжитесь с нами по контактам, указанным в нижней части страницы.
Спасибо за использование сервиса video2dn.com

Описание к видео आखिर अर्जुन ने सिर्फ जयद्रथ से बदला क्यों लिया कर्ण दुर्योधन भी तो थे अर्जुन की प्रतिज्ञा व अभिमन्यु

आखिर अर्जुन ने सिर्फ जयद्रथ से बदला क्यों लिया कर्ण दुर्योधन भी तो थे अर्जुन की प्रतिज्ञा व अभिमन्यु #भारतवर्ष

इस वीडियो में हमने महाभारत में बने चक्रव्यूह में अभिमन्यु के मृत्यु के बाद क्रोधित हुए अर्जुन के प्रतिज्ञा के बारे में बताया है दरअसल महाभारत चक्रव्यूह में अभिमन्यु को दुर्योधन कर्ण आदि कौरव छल पूर्वक मार देते हैं जिसमें सबसे बड़ा हाथ जयद्रथ का होता है इसीलिए अर्जुन प्रतिज्ञा लेता है कि यदि अगले दिन सूर्यास्त से पहले उसने जयद्रथ का वध नहीं किया तो वह आत्मदाह कर लेगा। इस वीडियो में हमने सिर्फ यह बताने की कोशिश किया है कि अगर आप धर्म के साथ है तो अंत में विजय आप की ही होती हैअगर आपको वीडियो पसंद आया है तो आप प्लीज वीडियो को लाइक करें आप सभी का यहां पर आने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद
“JAY SHRI KRISHNA“
---------------------------------------------------------------------------------------------------------------------- TEGS

arjun pratigya v7
अर्जुन का बदला
आखिर अर्जुन ने सिर्फ जयद्रथ से बदला क्यों लिया
जयद्रथ से बदला क्यों लिया कर्ण दुर्योधन भी तो थे अर्जुन की प्रतिज्ञा
अभिमन्यु चक्रव्यूह जयद्रथ वध
jayadrath kaise mara
jayadrath vadh
chakravyuh mahabharat arjun
jayadrath kaun tha
arjun kee pratigya
कर्ण दुर्योधन का छल
आखीर क्या था चक्रव्युह महाभारत मे अभीमन्यु का मरना पहले ही तय था
महाभारत मे अभीमन्यु का मरना
chakravyuh mahabharat
chakravyuh ki rachna
chakravyuh mahabharat abhimanyu
chakravyuh mahabharat arjun
mahabharat chakravyuh abhimanyu vadh
mahabharat mein chakravyuh bhedan
mahabharat ka chakravyuh dikhao
mahabharat draupadi chakravyuh
mahabharat chakravyuh kya hai
mahabharat chakravyuh in hindi
mahabharat abhimanyu in chakravyuh
mahabharat chakravyuh rahasya
mahabharat chakravyuh rachna abhimanyu vadh
abhimanyu chakravyuh video
abhimanyu vadh chakravyuh leela
veer abhimanyu chakravyuh bhedan
krishna abhimanyu yudh
कौरव अभिमन्यु वध
आखीर क्या था चक्रव्युह महाभारत मे अभीमन्यु का मरना पहले ही तय था क्या श्रीकृष्ण बचा सकते थे? #भारतवर्ष

Rough Script
जयद्रथमहाभारत में जयद्रथ सिंधु प्रदेश के राजा थे। जयद्रथ का विवाह कौरवों की एकमात्र बहन दुशाला से हुआ था। जयद्रथ वृद्धक्षत्र के पुत्र थे। वृद्धक्षत्र के यहाँ जयद्रथ का जन्म देर से हुआ था और जयद्रथ को यह वरदान प्राप्त था कि जयद्रथ का वध कोई सामान्य व्यक्ति नहीं कर पायेगा, साथ ही यह वरदान भी प्राप्त था कि जो भी जयद्रथ को मारेगा और जयद्रथ का सिर ज़मीन पर गिरायेगा, उसके सिर के हज़ारों टुकड़े हो जायेंगे। महाभारत का भयंकर युद्ध चल रहा था। लड़ते-लड़ते अर्जुन-पुत्र अभिमन्यु चक्रव्यूह भेदने के लिए उसमें घुस गया। सातवें चरण में उसे दुर्योधन, जयद्रथ आदि सात महारथियों ने घेर लिया और उस पर टूट पड़े। जयद्रथ ने पीछे से निहत्थे अभिमन्यु पर ज़ोरदार प्रहार किया। वह वार इतना तीव्र था कि अभिमन्यु उसे सहन नहीं कर सका और वीरगति को प्राप्त हो गया। अभिमन्यु की मृत्यु का समाचार सुनकर अर्जुन क्रोध से पागल हो उठा। उसने प्रतिज्ञा की कि यदि अगले दिन सूर्यास्त से पहले उसने जयद्रथ का वध नहीं किया तो वह आत्मदाह कर लेगा। जयद्रथ भयभीत होकर दुर्योधन के पास पहुँचा और अर्जुन की प्रतिज्ञा के बारे में बताया। दुर्य़ोधन उसका भय दूर करते हुए बोला-'चिंता मत करो, मित्र! मैं और सारी कौरव सेना तुम्हारी रक्षा करेंगे। अर्जुन कल तुम तक नहीं पहुँच पाएगा। उसे आत्मदाह करना पड़ेगा।' अगले दिन युद्ध शुरू हुआ। अर्जुन की आँखें जयद्रथ को ढूँढ रही थीं, किंतु वह कहीं नहीं मिला। दिन बीतने लगा। धीरे-धीरे अर्जुन की निराशा बढ़ती गई। यह देख श्रीकृष्ण बोले-'पार्थ! समय बीत रहा है और कौरव सेना ने जयद्रथ को रक्षा कवच में घेर रखा है। अतः तुम शीघ्रता से कौरव सेना का संहार करते हुए अपने लक्ष्य की ओर बढ़ो।' यह सुनकर अर्जुन का उत्साह बढ़ा और वह जोश से लड़ने लगे। लेकिन जयद्रथ तक पहुँचना मुश्किल था। सन्ध्या होने वाली थी। तब श्रीकृष्ण ने अपनी माया फैला दी। इसके फलस्वरूप सूर्य बादलों में छिप गया और सन्ध्या का भ्रम उत्पन्न हो गया। ‘सन्ध्या हो गई है और अब अर्जुन को प्रतिज्ञावश आत्मदाह करना होगा।’-यह सोचकर जयद्रथ और दुर्योधन ख़ुशी से उछल पड़े। अर्जुन को आत्मदाह करते देखने के लिए जयद्रथ कौरव सेना के आगे आकर अट्टहास करने लगा। जयद्रथ को देखकर श्रीकृष्ण बोले-'पार्थ! तुम्हारा शत्रु तुम्हारे सामने खड़ा है। उठाओ अपना गांडीव और वध कर दो इसका। वह देखो अभी सूर्यास्त नहीं हुआ है।' यह कहकर उन्होंने अपनी माया समेट ली। देखते-ही-देखते सूर्य बादलों से निकल आया। सबकी दृष्टि आसमान की ओर उठ गई। सूर्य अभी भी चमक रहा था। यह देख जयद्रथ और दुर्योधन के पैरों तले ज़मीन खिसक गई। जयद्रथ भागने को हुआ लेकिन तब तक अर्जुन ने अपना गांडीव उठा लिया था। तभी श्रीकृष्ण चेतावनी देते हुए बोले-'हे अर्जुन! जयद्रथ के पिता ने इसे वरदान दिया था कि जो इसका मस्तक ज़मीन पर गिराएगा, उसका मस्तक भी सौ टुकड़ों में विभक्त हो जाएगा। इसलिए यदि इसका सिर ज़मीन पर गिरा तो तुम्हारे सिर के भी सौ टुकड़े हो जाएँगे। हे पार्थ! उत्तर दिशा में यहाँ से सो योजन की दूरी पर जयद्रथ का पिता तप कर रहा है। तुम इसका मस्तक ऐसे काटो कि वह इसके पिता की गोद में जाकर गिरे।'अर्जुन ने श्रीकृष्ण की चेतावनी ध्यान से सुनी और अपनी लक्ष्य की ओर ध्यान कर बाण छोड़ दिया। उस बाण ने जयद्रथ का सिर धड़ से अलग कर दिया और उसे लेकर सीधा जयद्रथ के पिता की गोद में जाकर गिरा। जयद्रथ का पिता चौंककर उठा तो उसकी गोद में से सिर ज़मीन पर गिर गया। सिर के ज़मीन पर गिरते ही उनके सिर के भी सौ टुकड़े हो गए। इस प्रकार अर्जुन की प्रतिज्ञा पूरी हुई।

Комментарии

Информация по комментариям в разработке

Похожие видео

  • О нас
  • Контакты
  • Отказ от ответственности - Disclaimer
  • Условия использования сайта - TOS
  • Политика конфиденциальности

video2dn Copyright © 2023 - 2025

Контакты для правообладателей [email protected]