Urs-e Kalimi 2024 (Tazul Orafa conference) Miranpur, katra Sharif, qawali mehfil

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खानकाहे हुसैनिया कलीमिया मे उर्स के चैथे दिन ताजुल उरफ़ा काॅन्फ्रैंस का आयोजन।
अलजामियतुल चिश्तिया से फारिग होने वाले एक दर्जन छात्रों की हुई दस्तारबंदी।
मीरानपुर कटरा। खानकाहे हुसैनिया कलीमिया में चल रहे पाँच रोजा उर्से कलीमी के चैथे दिन बाद नमाज़े फज्र र्कुआन ख्वानी से प्रोग्राम का आगाज हुआ। सुबह नौ बजे से हुजूर साहिबे सज्जादा सैयद मसऊद अहमद कलीमी साहब की सरपरस्ती में ताजुल उरफ़ा कान्फ्रैस का आयोजन किया गया। सदारत खानकाह शैखुल आलम रदौली शरीफ के सज्जादा नशीन हज़रत मुहम्मद आरिफ अहमद अहमदी उर्फ सुब्बू मियाँ साहब ने की। कान्फैंस का आगाज़ तिलावते कलाम पाक से अलाजामियतुल चिश्तिया के छात्र मौलाना नूर आलम ने किया। कान्फैंस का संचालन मौलाना आमिर कलीमी ने किया मुख्य अतिथि हज़रत शाह अली मंजर एजाज कुद्दूसी साबरी सज्जादानशीन कलीयर शरीफ ने कहा अब वक्त की जरूरीत है कि हिन्दुस्तान की तमाम खानकाहों व दरगाहों को एक प्लेटफार्म पर आकर दीन व मिल्लत के लिए काम करना चाहिए। कान्फैंस में भारी संख्या में उलमा-ए-किराम व मुल्क के मशहूर दरगाह व खानकाहों के मशाईख, मदरसोें के छात्रों, अइम्मा किराम, रिसर्च स्काॅलर बुद्विजिवी, प्रोफेसर डाॅक्टर, राजनीतिज्ञ व सामाजिक कार्यकर्ताओं के अलावा अकीदंतमों ने शिरकत करके खिराजे अकीदत पेश की। कान्फैंस में मशहूर आलिमे दीन मुफ़्ती इकरामुल हक मिस्बाही शैखुल हदीस गरीब नवाज मिशन मालदा, बंगाल, मौलाना शब्बीर अहमद अशरफ़ी, मुफती रजा उल हक अशरफी मिस्बाही झारखण्ड, मुफ्ती डा0 दानिश कादरी, मशहूर शायर माजिद देवबंदी व जनाब सैयद उवैस रजवी सज्जादानशीन दरगाह हजरत बदरे चिश्त अमरोही ने इल्म और तसव्वुफ़ के उनवान पर तकरीर कीं। मुफ़्ती दानिश कादरी ने कहा कि खानकाहों से इल्म को फरोग दिया जाना चाहिए खानकाहों का अस्ल काम ही इल्म को फरोग देना और आपस में भाईचारा कायम रखना है जिसकी मिसाल खानकाहे हुसैनिया कलीमिया है जिससे मुल्क में कई दीनी व दुनियावी इदारे चल रहे हैं। नात व मनकबत का नजराना मौलाना ज़ीशान अहमद, मौलाना इस्राफील कलीमी ने पेश किया।
खानकाह हुसैनिया कलीमिया स्थित मदरसा अलजामियतुल चिश्तिया से फारिग होने वाले छात्रों हाफिज़ मो0 नूर आलम, हाफिज़ मो0 जुबैर, हाफिज़ गुलाम मशकूर, हाफिज़ मो0 मुस्तकीम, हाफिज़ अब्दुल अहद, हाफिज़ मो0 रेहान, हाफिज़ मो0 फुरकान, हाफिज़ मुश्ताक, हाफिज़ आरिफ रजा, हाफिज़ मो0 शाहनवाज, हाफिज़ मो0 शाहजेब, हाफिज़ शादान अली वगैरा की दस्तारबंदी साहिबे सज्जादा हजरत सैयद मसऊद अहमद कलीमी साहब ने छात्रों के सर पर पगड़ी बाँध कर की। मदरसे के शिक्षकों मौलाना शफीकुर्रहमान कलीमी, मौलाना अमीर हमजा ने फारिग होने वाले छात्रों को सनद जारी कीं।
सज्जादा नशीन हजरत सैयद मसऊद अहमद कलीमी ने मुल्म में अमन व अमान व खुशहाली की दुआयें कीं। बाद नमाज़े इशा महफिले सिमा का (कव्वाली) का आयोजन फातेहा ख्वानी के साथ हुआ जिसमें मुल्क के मशहूर कव्वालों राजू मुरली, जीशान फैजान, अबरार हुसैन, राजा कलीमी, गुफरान खैराबादी, आकिल, मासूम, अनवार हुसैन, मुहम्मद अहमद, निजाम साबरी आदि ने मशहूर फारसी शायरों जैसे अल्लामा जामी, अल्लामा रूमी, हजरत अमीर खुसरो व हाफिज शीराजी और बेदम शाह वारसी के उर्दू व फारसी के कलाम पढ़े जिसे सुनकर जायरीन पर वज्द तारी हो गया।
उर्स में प्रमुख रूप से समाजसेवी सगीर खाँ डभौरा वाले, आरिश खान, सैयद फखरे अली, सैयद मुजीब अहमद, सैयद सुहेब अहमद कलीमी, सैयद मुस्तजीब अहमद, याकूब अंसारी, मिर्जा अजीम बेग, मिर्जा तौहीद बेग, समी उशान खाँ, राजेश कश्यप, शाहनवाज राजा, शरीफ़ अहमद अंसारी, अब्दुल जब्बार खान, अफसर अंसारी, मो0 शाहनवाज अजहरी, जहीर कलीमी, मुख्तेयार अकेला, एजाज बालिया, अजीजुर्रहमान अंसारी, वाजिद अंसारी, शालू कलीमी, रईस अहमद अंसारी, बीरूद्दीन अंसारी दिल्ली, नाजिम खान, इम्तियाज, सुहेल खान, इकबाल खाँ, शकील मंसूरी, मास्टर वली उल्ला, गुडडू मिस्त्री, शाहिद अली, असलम सिद्दीकी, मतलूब अंसारी, रिजवान कुरैशी आदि मौजूद रहे।
उर्स प्रभारी डा0 सैयद असद अहमद कलीमी ने बताया कि आज 12 फरवरी 2024 बरोज पीर सुबह 10 बजे कुल शरीफ होगा व बाद नमाज मगरिब संदल शरीफ पेश किया जायेग।
11-02-2024
मीडिया सेल
खानकाहे हुसैनिया कलीमिया
मीरानपुर कटरा जिला शाहजहाँपुर


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