अधिक मास संकष्टी चतुर्थी व्रत कथा | Adhik Maas Sankashti Chaturthi Vrat Katha

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अधिक मास संकष्टी चतुर्थी व्रत के दौरान, विभुवन पालक महा गणपति रूप की पूजा की जाती है| भक्त अपनी परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए, अधिक मास संकष्टी चतुर्थी व्रत का पालन करते हैं, वे जो खो देते हैं उसे प्राप्त करते हैं और आनंदमय जीवन व्यतीत करते हैं।जो लोग भगवान गणेश को अपने ईष्ट देवता के रूप में मानते हैं, वे हर महीने कृष्ण पक्ष चतुर्थी तिथि का उपवास रखते हैं। इस व्रत को संकष्टी कहा जाता है, जिसका शाब्दिक अर्थ है मुसीबतों से मुक्ति। इसलिए, भक्त इस दिन भगवान गणेश से प्रार्थना करते हैं संकष्टी चतुर्थी व्रत पूजा विधि के अनुसार भक्तगण चंद्रमा के दर्शन करने के बाद ही अपना उपवास तोड़ते हैं और रात में चंद्र देव को अर्घ्य देते हैं। अधिक मास / पुरुषोत्तम मास (हिंदू लीप माह) की संकष्टी को विभुवण संकष्टी गणेश चतुर्थी के रूप में जाना जाता है। अधिक मास संकष्टी चतुर्थी व्रत अति महत्वपूर्ण माना गया है | संकष्टी चतुर्थी व्रत शुभदायक,फलदायक,दिव्य और पृथ्वी पर सभी मनोरथों को पूर्ण करनेवाला है। इस व्रत के प्रभाव से विद्यार्थी को विद्या,धनार्थी को धन प्राप्ति एवं कुमारी कन्या को सुशील वर की प्राप्ति होती है और वह सौभाग्यवती रहकर दीर्घकाल तक पति का सुख भोग करती है ।
विधवा द्वारा व्रत करने पर अगले जन्म में वह सधवा होती है एवं ऐश्वर्यशालिनी बनकर पुत्र-पौत्रादि का सुख भोगतीए हुई अंत में मोक्ष पाती है । पुत्रेच्छु को पुत्र लाभ एवं रोगी का रोग निवारण होता है । भयभीत व्यक्ति भय रहित होता एवं बन्धन में पड़ा हुआ मुक्त हो जाता है।
आइए देखते हैं संकष्टी चतुर्थी व्रत कथा वीडियो और जानते हैं अधिक मास संकष्टी चतुर्थी व्रत की कहानी पूजा विधि और उसका महत्व|

Those who consider Lord Ganesha as their favorite God perform Sankashti Chaturthi vrat every month. Sankashti fast is done on Krishna paksha Chaturthi Tithi. Sankashti word literally means freedom from troubles. Therefore, devotees pray to Lord Ganesha on this day and open their fast only after seeing the Moon and offer Arghya to Chandra Dev at night.

Vibhuvan Palak Maha Ganapati form is worshiped during Adhik Maas Sankashti Chaturthi fast. Devotees follow the adhik maas #Sankashitchaturthi Vrat to get rid of their troubles, get back what they have lost and lead a blissful life. Adhik maas Sankashti vrat katha tells us the importance and significance of Sankashti vrat. According to Sankashi Chaturthi kahani, a king in satyuga performed this vrat to get back his kingdom. Devotees pray to Ganeshji on adhik maas #sakashtichaturthi and listen adhik maas sankashti chaturthi vrat katha as mentioned in this video. This video also shows full puja vidhi of sankashti chaturthi vrat.

As mentioned before, Sankashti of adhik maas also known as Purushottam month (Hindu leap month) is known as Vibhuvan Sankashti Ganesh Chaturthi. Adhik Maas Sankashti Chaturthi fast is auspicious, fruitful, divine and fulfills all desires on earth. With the effect of this fast, the student gets the knowledge, the wealthier gets the money and the girls gets the grooms.The fearful person becomes fearless and becomes free from bondage.
Let us watch Adhik Maas Sankashti Chaturthi Vrat Katha video to know puja vidhi and mahatva of Sankashti Chaturthi in Adhik maas and the vrat kahani of adhik maas sankashti chaturthi

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