रतनपुर महामाया मंदिर 🙏 | Ratanpur Mahamaya Mandir | Ratanpur Tourist Place | Vlogs Rahul

Описание к видео रतनपुर महामाया मंदिर 🙏 | Ratanpur Mahamaya Mandir | Ratanpur Tourist Place | Vlogs Rahul

रतनपुर महामाया मंदिर 🙏 | Ratanpur Mahamaya Mandir | Ratanpur Tourist Place | Vlogs Rahul

____________________________________________

Business enquiry
[email protected]

instagram id https://www.instagram.com/rahul_vlogs...

___________________________________________
Ratanpur mahamaya mandir
Mahamaya mandir ratanpur
Mahamaya mandir
Mahamaya temple ratanpur
Ratanpur mahamaya
Maa mahamaya mandir ratanpur
Ratanpur mahamaya devi mandir
Ratanpur mahamaya mandir song
Ratanpur ke mahamaya mandir
mahamaya mandir bilaspur
maa mahamaya mandir
ratanpur mandir
ratanpur mahamaya mandir status
ratanpur mahamaya mandir ki kahani
ratanpur mahamaya mandir ka rahasya
mahamaya devi ratanpur
ratanpur
cg ratanpur mahamaya mandir

रतनपुर में स्थित देवी दुर्गा महालक्ष्मी को समर्पित एक मंदिर है और पूरे भारत में फैली 52 शक्तिपीठों में से एक है देवी महामाया शक्ति के रूप में यहां प्रमाणित तौर पर है शक्तिपीठ की स्थापना के साथ ही रतनपुर का नाम इतिहास के सुनहरे पन्नों में दर्ज हो गया है रतनपुर की भौगोलिक स्थिति भी देखते ही बनती है
मंदिरों और तालाबों का यह नगर मां महामाया के नगर के नाम से विख्यात है देवी महामाया को कोशलेश्वरी के रूप में भी जाना जाता है जो पुराने दक्षिण कोशल क्षेत्र वर्तमान छत्तीसगढ़ राज्य की अधिष्ठात्री देवी हैं न्यायधानी बिलासपुर से तकरीबन 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित आदिशक्ति मां महामाया देवी की पवित्र पौराणिक नगरी रतनपुर का इतिहास प्राचीन एवं गौरवशाली है

त्रिपुरी के कल्चुरियों की एक शाखा ने रतनपुर को अपनी राजधानी बनाकर दीर्घकाल तक छत्तीसगढ़ में शासन किया राजा रत्नदेव प्रथम ने मणिपुर नामक गांव को रतनपुर नाम देकर अपनी राजधानी बनाई आदिशक्ति मां महामाया देवी मंदिर का निर्माण राजा रत्नदेव प्रथम द्वारा 11वीं शताब्दी में कराया गया था 1045 ई में राजा रत्नदेव प्रथम मणिपुर नामक गांव में रात्रि विश्राम एक वट वृक्ष पर किया
अर्धरात्रि में जब राजा की आंख खुली तब उन्होंने वट वृक्ष के नीचे आलौकिक प्रकाश देखा यह देखकर चमत्कृत हो गए कि वहां आदिशक्ति श्री महामाया देवी की सभा लगी हुई है इतना देखकर वे अपनी चेतना खो बैठे सुबह होने पर वे अपनी राजधानी तुम्मान खोल लौट गए और रतनपुर को अपनी राजधानी बनाने का निर्णय लिया। 1050 ई में श्री महामाया देवी का भव्य मंदिर निर्मित कराया

एक किंवदंती यह भी
यह कथा यह भी प्रचलित है कि सती की मृत्यु से व्यथित भगवान शिव उनके मृत शरीर को लेकर तांडव करते हुए ब्रह्मांड में भटकते रहे इस समय माता के अंग जहां-जहां गिरे वहीं शक्तिपीठ बन गए इन्हीं स्थानों को शक्तिपीठ रूप में मान्यता मिली महामाया मंदिर में माता का दाहिना स्कंध गिरा था भगवान शिव ने स्वयं आविर्भूत होकर उसे कौमारी शक्तिपीठ का नाम दिया था। इसीलिए इस स्थल को माता की 51 शक्तिपीठों में शामिल किया गया महामाया मंदिर प्रांगण में प्रात काल से देर रात तक भक्तों की भीड़ लगी रहती है हय मान्यता यह भी है कि नवरात्र में यहां की गई पूजा निष्फल नहीं जाती है
इतिहास
12-13वीं शताब्दी में बना यह मंदिर देवी महामाया को समर्पित है यह उस स्थान पर स्थित है जहां राजा रत्नदेव ने देवी काली के दर्शन किए थे मूल रूप से मंदिर तीन देवियों महाकाली महालक्ष्मी और महासरस्वती के लिए था बाद में महाकाली ने पुराने मंदिर को छोड़ दिया राजा बहार साईं द्वारा एक नया मंदिर बनाया गया था जो देवी महालक्ष्मी और देवी महासरस्वती के लिए था

मंदिर का निर्माण विक्रम संवत् 1552 में हुआ था मंदिर का जीर्णोद्धार वास्तुकला विभाग द्वारा कराया गया है मंदिर का स्थापत्य कला भी बेजोड़ है गर्भगृह और मंडप एक आकर्षक प्रांगण के साथ किलेबंद हैं जिसे 18 वीं शताब्दी के अंत में मराठा काल में बनाया गया था

संरक्षक की भूमिका में हैं काल भैरव

मंदिर के संरक्षक की भूमिका में काल भैरव को माना जाता है राजमार्ग पर महामाया मंदिर के ही रास्ते पर काल भैरव का मंदिर स्थित है आम धारणा यही है कि महामाया मंदिर जाने वाले तीर्थ यात्रियों को अपनी तीर्थयात्रा पूरी करने के लिए काल भैरव मंदिर में पूजा अर्चना करनी पड़ती है


रतनपुर महामाया मंदिर 🙏 | #RatanpurMahamayaMandir | #RatanpurTouristPlace | #VlogsRahul
#Ratanpurmahamayamandir
#Mahamayamandirratanpur
#Mahamayamandir
#Mahamayatempleratanpur

Комментарии

Информация по комментариям в разработке