HP PGT हिंदी के सभी कहानियों का फ़ास्ट रिवीजन | विडिओ अवश्य देखना

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साहित्यशास्त्र एवं साहित्यालोचन

(क) भारतीय काव्यशास्त्र
काव्य-लक्षण, काव्य-हेतु, काव्य-प्रयोजन एवं काव्य के प्रकार

रस संप्रदाय : रस का स्वरूप, रस निष्पत्ति, साधारणीकरण, सहृदय की अवधारणा,

अलंकार संप्रदाय : अलंकार सिद्धांत की प्रमुख स्थापनाएं, अलंकारों का वर्गीकरण एवं प्रमुख सिद्धांतकार,

रीति संप्रदाय : रीति की अवधारणा, काव्य-गुण, रीति एवं शैली, रीति सिद्धांत की प्रमुख स्थापनाएं,

वक्रोक्ति संप्रदाय : वक्रोक्ति की अवधारणा, भेद, वक्रोक्ति एवं अभिव्यंजनावाद,

ध्वनि संप्रदाय : ध्वनि सिद्धांत की प्रमुख स्थापनाएं, ध्वनि का स्वरूप, ध्वनि-काव्य के प्रमुख भेद,

औचित्य संप्रदाय औचित्य सिद्धांत की प्रमुख स्थापनाएं एवं भेद.

(ख) पाश्चात्य काव्यशास्त्र

प्लेटो : काव्य-सिद्धांत
अरस्तूः अनुकरण सिद्धांत, त्रासदी विवेचन, विरेचन सिद्धांत,
लोंजाइनस : औदात्य सिद्धांत,
वईसवर्थ : काव्य-भाषा का सिद्धांत
कॉलरिज : कल्पना और फेंटेसी
मैथ्यू आर्नल्ड : आलोचना का स्वरूप,
टी. एस.इलियट : निवैयक्तिता का सिद्धांत, परंपरा की अवधारणा,
आई. ए. रिचर्ड्स : मूल्य सिद्धांत,

(ग) आधुनिक समीक्षा की प्रमुख पद्धतियां एवं वैचारिक दर्शन :
मार्क्सवाद,
मनोविश्लेषणवाद,
अस्तित्ववाद,
शैली विज्ञान,
नई समीक्षा,
संरचनावाद,
उत्तर संरचनावाद,
देरिदा की विखंडन की अवधारणा,
उत्तर आधुनिकतावाद.

।।। हिंदी भाषा और उसका विकास
हिंदी की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
प्राचीन भारतीय आर्य भाषाएं,
मध्यकालीन भारतीय आर्य भाषाएं: पालि, प्राकृत, शौरसेनी, मागधी, अपभ्रंश,
आधुनिक भारतीय आर्य भाषाएं और उनका वर्गीकरण.
हिंदी का भौगोलिक विस्तार: हिंदी की उपभाषाएं खड़ी बोली, ब्रज और अवधी की विशेषताएं
हिंदी के विविध रूप: हिंदी, उर्दू, दक्खनी, हिंदुस्तानी
हिंदी का भाषिक स्वरूप : हिंदी की स्वनिम व्यवस्था,
हिंदी ध्वनियों के वर्गीकरण का आधार,
हिंदी शब्द रचना : उपसर्ग, प्रत्यय, समास
हिंदी की रूप रचना लिंग, वचन, कारक व्यवस्था के संदर्भ में संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण और क्रिया-रूप,
हिंदी वाक्य-रचना हिंदी भाषा-प्रयोग के विविध रूप: राजभाषा, राष्ट्रभाषा और संपर्क भाषा
संचार माध्यम और हिंदी
कंप्यूटर और हिंदी
हिंदी की संवैधानिक स्थिति
देवनागरी लिपि : विशेषताएं और मानकीकरण

IV हिंदी साहित्य के अध्ययन हेतु निर्धारित प्रमुख रचनाएं

(क) भक्ति कालीन एवं रीतिकालीन हिंदी काव्य

कबीर ग्रंथावली (सं० हजारी प्रसाद द्विवेदी)- पद संख्या 108 से 209,
जायसी ग्रंथावली (सं० आचार्य रामचंद्र शुक्ल) मानसरोदक खंड एवं नागमती वियोग खंड,
तुलसीदास कृत रामचरितमानस - उत्तरकांड,
सूरदास का भ्रमरगीत सार (सं० आचार्य रामचंद्र शुक्ल) पद संख्या 21 से 70,
मीराबाई पदावली (सं० विश्वनाथ त्रिपाठी) पद संख्या 1 से 20,
बिहारी सतसई (सं० जगन्नाथदास रत्नाकर) पद संख्या 1 से 50,
घनानंद कवित्त (सं० विश्वनाथ मिश्र) कवित्त संख्या 1 से 30,

(ख) आधुनिक काव्य
मैथिलीशरण गुप्त - साकेत, नवमसर्ग
जयशंकर प्रसाद - कामायनी (श्रद्धा एवं आनंद सर्ग)
सूर्यकांत त्रिपाठी निराला राम की शक्ति पूजा, सरोज स्मृति - सुमित्रानंदन पंत - परिवर्तन, नौका विहार
महादेवी वर्मा - मैं नीर भरी दुख की बदली, बीन भी मैं हूं तुम्हारी रागिनी भी हूं, यह मंदिर का दीप इसे नीरव जलने दो, फिर विकल हैं प्राण मेरे, जो तुम आ जाते एक बार
रामधारी सिंह दिनकर - उर्वशी (तृतीय अंक)
नागार्जुन : अकाल और उसके बाद, शासन की बंदूक, मनुष्य हूं
अज्ञेय : कलगी बाजरे की, असाध्याय वीणा, यह दीप अकेला, हरी घास पर क्षण भर
मुक्तिबोध: अंधेरे में, ब्रह्मराक्षस
भवानीप्रसाद मिश्र : सतपुड़ा के जंगल, बुनी हुई रस्सी, त्रिकाल संध्या
धूमिल : काल-दर्शन, रोटी और संसद, मोचीराम.

(ग) आधुनिक गद्य साहित्य

© उपन्यास
प्रेमचंद गोदान
फणीश्वरनाथ रेणु - मैला आंचल
अज्ञेय - शेखर एक जीवनी (भाग एक)
भीष्म साहनी - तमस
मत्रू भंडारी -आपका बंटी

© कहानी
माधव राव सप्रे - एक टोकरी भर मिट्टी,
प्रेमचंद - ईदगाह
जयशंकर प्रसाद आकाशदीप
जैनेंद्रकुमार - पत्नी
अज्ञेय - रोज़
उषा प्रियंवदा - वापसी
निर्मल वर्मा - परिंदे,
फणीश्वरनाथ रेणु - तीसरी कसम,
अमरकांत - ज़िंदगी और जोंक,
ज्ञानरंजन - पिता.

© नाटक
भारतेंदु हरिश्चंद्र - अंधेर नगरी
जयशंकर प्रसाद : चंद्रगुप्त
मोहन राकेश-आषाढ़ का एक दिन
लक्ष्मीनारायण लाल: एक सत्य हरिश्चंद्र
धर्मवीर भारती : अंधा युग.

© निबंध एवं अन्य गद्य विधाएं
भारतेंदु हरिश्चंद्र : भारतवर्ष की उन्नति कैसे हो सकती है
बालकृष्ण भट्ट : शिव-शंभु के चिट्ठे
आचार्य रामचंद्र शुक्ल : कविता क्या है
हज़ारी प्रसाद द्विवेदी : नाखून क्यों बढ़ते हैं
महादेवी वर्मा: घीसा
विष्णु प्रभाकर : आवारा मसीहा

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