बदायूं की किशोरी के मामले में देहरादून में तनाव, पांच घण्टे घन्टाघर जाम

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देहरादून: रेलवे स्टेशन पर गुरुवार देर रात हिंदू-मुस्लिम संगठनों के आमने-सामने होने के बाद एक बार फिर तनावपूर्ण माहौल बन गया है। हिन्दू संगठन के नेता विकास वर्मा को हिरासत में लेने के बाद उपजे विवाद के बाद हिन्दू संगठनों से जुड़े बड़ी संख्या में लोगों ने घन्टाघर पर जाम लगा दिया। दूसरी ओर पलटन बाजार में दुकानदारों ने दुकान बंद कर खूब प्रदर्शन किया। पुलिस लगातार घन्टाघर खाली करने का अनाउंसमेंट कर रही है, लेकिन बड़ी संख्या में हिन्दू संगठनों से जुड़े सदस्य सड़क पर डटे हैं। लगातार विकास वर्मा को रिहा करने की मांग की जा रही है।
उत्तर प्रदेश बदायूं की रहने वाली किशोरी घर से भागकर पहले लखनऊ गई और वहां से ट्रेन में गुरुवार सुबह करीब 10 बजे देहरादून पहुंची। इसके बाद किशोरी ने अपने प्रेमी अजय को फोन करके रेलवे स्टेशन बुलाया। अजय भी बदायूं का रहने वाला है और यहां सेलाकुई में नौकरी करता है। करीब 11 बजे अजय रेलवे स्टेशन पहुंचा और किशोरी को वापस जाने के लिए कहने लगा, लेकिन वह इसके लिए राजी नहीं हुई। इस पर अजय किशोरी को लेकर रेलवे स्टेशन पर ही बने रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) थाने पहुंच गया। आरपीएफ ने किशोरी से पूछताछ के बाद बदायूं पुलिस से संपर्क किया तो पता चला कि वहां उसकी गुमशुदगी दर्ज है।
बदायूं पुलिस ने किशोरी के स्वजन को उसके देहरादून में होने की जानकारी दी तो उन्होंने देहरादून में रह रहे अपने परिचितों से संपर्क किया। इसके बाद रेलवे स्टेशन पर मुस्लिम समुदाय के लोग एकत्र होने लगे। इस बीच युवक ने भी हिंदू संगठनों से संपर्क किया, जिसके बाद हिंदू संगठनों से जुड़े लोग भी रेलवे स्टेशन पहुंच गए। इससे रेलवे स्टेशन पर माहौल संवेदनशील होने लगा तो पुलिस ने युवक को जीआरपी थाने और किशोरी को आरपीएफ थाने में कर दिया। साथ ही अतिरिक्त पुलिस बल भी बुला लिया गया। पुलिस की इस सक्रियता से दिन में माहौल ठीक रहा, लेकिन रात करीब नौ बजे हिंदू और मुस्लिम संगठनों के लोग आमने-सामने आ गए और पत्थरबाजी होने लगी। इससे रेलवे स्टेशन पर भगदड़ मच गई। उपद्रवियों ने कई वाहन भी तोड़ डाले। हालात बिगड़ने पर कई थानों की फोर्स को रेलवे स्टेशन भेजा गया। इसके बाद भी स्थिति नियंत्रण में नहीं आई तो पुलिस को लाठी फटकारनी पड़ी, तब जाकर करीब 11 बजे भीड़ तितर-बितर हुई।

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