किरातर्जुनीयम प्रथम सर्ग श्लोक नंबर 3

Описание к видео किरातर्जुनीयम प्रथम सर्ग श्लोक नंबर 3

किरातर्जुनीयम प्रथम सर्ग श्लोक नंबर 3
sanskrit class
new sanskrit class, mpverg1, tgtsanskrit, संस्कृतगंगा,
new bach sanskrit,
kvs sanskrit, jharkhand sanskrit vaicancy

kiratarjuniyam महाकवि भारवि,
द्वैतवन, किरात, शिव, युधिष्ठिर, द्रौपदी,
भीम, अर्जुन, किरात विषधारी शिव,
इंद्रकील पर्वत, वनेचर, इंद्र, द्रोपदी, महर्षि वेदव्यास

#sanskrit #kirataarjuniyam #saransh #slok #bharvinanubhantar

भारवि की महान कृति पंच महाकाव्यों में जिसको स्थान प्राप्त है किरातार्जुनीयम् के प्रथम सर्ग के श्लोकों एक से दस का विवेचन

Комментарии

Информация по комментариям в разработке