बंदउँ गुरु पद पदुम परागा I Bandau Guru Pad Padum Paraga I रामचरितमानस चौपाई अर्थ सहित I Ram Katha

Описание к видео बंदउँ गुरु पद पदुम परागा I Bandau Guru Pad Padum Paraga I रामचरितमानस चौपाई अर्थ सहित I Ram Katha

बंदउँ गुरु पद पदुम परागा I Bandau Guru Pad Padum Paraga I रामचरितमानस चौपाई अर्थ सहित I Ram Katha

चौपाई
बंदऊँ गुरु पद पदुम परागा। सुरुचि सुबास सरस अनुरागा॥
अमिअ मूरिमय चूरन चारू। समन सकल भव रुज परिवारू॥1॥

भावार्थ-
मैं गुरु महाराज के चरण कमलों की रज की वन्दना करता हूँ, जो सुरुचि (सुंदर स्वाद), सुगंध तथा अनुराग रूपी रस से पूर्ण है। वह अमर मूल (संजीवनी जड़ी) का सुंदर चूर्ण है, जो सम्पूर्ण भव रोगों के परिवार को नाश करने वाला है॥1॥

बंदउँ गुरु पद पदुम परागा - चौपाई अर्थ सहित !
गोस्वामी तुलसीदास जी ने रामचरित मानस के प्रारंभ में बालकाण्ड में प्रथम चोपाई यह कही है, तुलसीदास जी गुरु की वंदना करते हुए कहते हैं कि आप मुझे आशीर्वाद दीजिये जिस से में श्री रघुनाथ जी कि मनोहर कथा लिख सकूं, विस्तृत जानकारी के लिए देखें वीडियो -

#HamareSanskar
#Ramayan
#Ramanchopai
#Ramayan #RamayanChopaionYouTube
#BandaunGuruPadPadumParaga
#Purnima2024 #PurnimaKabHai #dharmsadhna
गुरु पूर्णिमा पौराणिक महत्त्व एवं कथा एक मिनट में जानें । Guru Purnima Vrat 2024 ।Puranmasi kab hai

#GuruPurnimaKabHai #GuruPurnima2024 #GuruPurnimaVratKatha #PurnimaKabHai #GuruPurnima #VyasPurnima2024 #PurnimaKeUpay #PurnimaVratVidhi #PurnimaVratPujanVidhi #AshadhPurnima2024 #पूर्णिमाकबहै #गुरुपूर्णिमा2023 #Purnima2024 #JulyPurnima2024 #DharmSadhna #Dharm #NeelamShukla #puranmadikabkihai#HamareSanskar

Комментарии

Информация по комментариям в разработке