विधायक बनकर भी सम्मान नहीं हासिल कर पाए आदिवासी

Описание к видео विधायक बनकर भी सम्मान नहीं हासिल कर पाए आदिवासी

इस वीडियो में मध्य प्रदेश विधानसभा का एक ऐसा दृश्य दिखाया गया है, जो हमारे लोकतंत्र की सोच पर सवाल उठाता है। आदिवासी विधायक कमलेश्वर डोडियार, जो मौन धरना दे रहे थे, विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर के पैर छूते नजर आए। अध्यक्ष कुर्सी पर बैठे-बैठे उन्हें आशीर्वाद देते हैं।

यह तस्वीर खुद अध्यक्ष के कार्यालय से जारी की गई, लेकिन क्या यह आदिवासी विधायक के सम्मान को बढ़ाती है, या हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों में असमानता को दर्शाती है? अगर अध्यक्ष खड़े होकर उनसे हाथ मिलाते या गले लगाते, तो क्या यह तस्वीर कुछ और संदेश देती?

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This video analyzes a powerful moment in the Madhya Pradesh Legislative Assembly where tribal MLA Kamleshwar Dodiyar, silently protesting, is seen touching the feet of Speaker Narendra Singh Tomar, who remains seated and blesses him. The image, released by the Speaker's office, raises critical questions about equality, respect, and the spirit of democracy.

Does this moment elevate the dignity of a struggling tribal leader, or does it depict an imbalance in our democratic values? How would the scenario change if the Speaker stood up and shook hands with or embraced the MLA?

Watch the video to explore this thought-provoking issue and share your opinions in the comments. Don’t forget to like, share, and subscribe to stay informed on such impactful discussions.

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