सिक्किम : स्वर्ग एक और भी है !travelogue, Vandana Yadav, Nalin Ranjan Singh, Vishal Pandey, Sangita

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वंदना यादव 'कितने मोर्चे' और 'शुद्धि' उपन्यास से चर्चा के केन्द्र में हैं । पहली बार उन्होंने सिक्किम की यात्रा से संबंधित अपने अनुभव साँझा किए हैं । इस परिचर्चा में लेखिका के सिक्किम की यात्रा की मनोहारी एवं रोमांचकारी अनुभवों से परिचित हो सकेंगे, साथ ही यात्रा-वृत्तांंत में इस पुस्तक की यात्रा पर विचार-विमर्श किया जायेगा ।

पुस्तक : सिक्किम : स्वर्ग एक और भी है !
विधा : यात्रा-वृत्तांत
लेखिका : वंदना यादव
वक्ता : श्री नलिन रंजन सिंह, संपादक एवं साहित्यकार
विशाल पाण्डेय, शोध छात्र
संचालन : संगीता देवी, शोधार्थी
धन्यवाद ज्ञापन : डॉ. शोभना
संयोजन : प्रो. प्रतिभा मुदलियार, डॉ. रेनू यादव

दिनांक : 02.09.024
समय : शाम 7 बजे

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