रवि प्रदोष पड़े तो जरूर करें शिव सूर्य उपासना।। बीमारी तकलीफ से छुटकारा मिलता है रवि प्रदोष व्रत करे

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रवि प्रदोष पड़े तो जरूर करें शिव सूर्य उपासना।। बीमारी तकलीफ से छुटकारा मिलता है रवि प्रदोष व्रत करे
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रवि प्रदोष व्रत करे ____

रवि प्रदोष व्रत कथा एक पवित्र कथा है जो भगवान शिव की कृपा और मोक्ष प्राप्ति के लिए पढ़ी जाती है। यह कथा इस प्रकार है:


कथा:


प्राचीन काल में एक शहर में एक व्यापारी रहता था। वह बहुत धार्मिक और भगवान शिव का भक्त था। वह हर रविवार को प्रदोष व्रत करता था।


एक दिन, उसकी पत्नी ने कहा, "आज रविवार है, आप व्रत करेंगे?"


व्यापारी ने कहा, "हाँ, मैं व्रत करूँगा।"


व्यापारी ने व्रत किया और भगवान शिव की पूजा की। रात में उसने भगवान शिव के मंदिर में जाकर प्रदोष व्रत की कथा सुनाई।


भगवान शिव ने उसकी भक्ति से प्रसन्न होकर उसे दर्शन दिया और कहा, "आपकी भक्ति से मैं प्रसन्न हूँ। आपको मोक्ष मिलेगा।"


व्यापारी ने कहा, "भगवान, मेरी पत्नी और बच्चों को भी मोक्ष मिले।"


भगवान शिव ने कहा, "आपकी पत्नी और बच्चे भी मोक्ष प्राप्त करेंगे।"


इस तरह, व्यापारी और उसके परिवार ने रवि प्रदोष व्रत करके मोक्ष प्राप्त किया।


व्रत विधि:


रवि प्रदोष व्रत करने के लिए:


1. रविवार के दिन उपवास करें।
2. भगवान शिव की पूजा करें।
3. व्रत कथा पढ़ें।
4. रात में भगवान शिव के मंदिर में जाकर पूजा करें।
5. अगले दिन पारण करें।


यह व्रत करने से भगवान शिव की कृपा और मोक्ष प्राप्ति होती है।

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